ब्रिस्बेन में 33 साल बाद टीम इंडिया ने रचा इतिहास ,ब्रिस्बेन के हीरो शार्दुल ठाकुर का घर पर ढोल ताशा और माँ ने विजय आरती से किया स्वागत
केशव भूमि नेटवर्क,पालघर : ब्रिस्बेन में खेले गए चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से धूल चटा कर आस्ट्रेलिया दौरे पर गयी टीम इंडिया आज अपनी जीत का पताका लहराकर स्वदेश लौटी तो इंडिया टीम का हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत हुआ।
वही स्वदेश लौटी इंडिया टीम कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे, मुख्य कोच रवि शास्त्री, स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा, तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर और सलामी बल्लेबाज पृथ्वी सॉव मुंबई, जबकि ब्रिसबेन टेस्ट के नायक ऋषभ पंत तड़के दिल्ली पहुंचे। रहाणे, शास्त्री, रोहित, शार्दुल और सॉव का मुंबई पहुंचने पर मुंबई क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने जमकर स्वागत किया।
ब्रिस्बेन के हीरो शार्दुल ठाकुर का पारंपरिक ढोल ताशा से स्वागत…..
ऑस्ट्रेलिया को धूल चटाने के बाद ब्रिस्बेन के हीरो शार्दुल ठाकुर जब पालघर के माहिम स्थित अपने घर पहुँचे तो पारंपरिक ढोल ताशा बजा कर लोगो ने ‘आला रे आला शार्दुल आला’ गा कर व उन पर पुष्पवर्षा करके उनका स्वागत किया.
33 साल बाद टीम इंडिया ने रचा इतिहास
घर पहुँचे शार्दुल की माँ ने जब उनकी विजयी आरती उतारी तो शार्दुल भावुक हो गए। बतादे कि ब्रिस्बेन में 33 साल से ऑस्ट्रेलिया नहीं हारा था, लेकिन टीम इंडिया ने इसको भी मुमकिन कर दिखाया और गाबा के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत का अंत करके टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन में इतिहास रच दिया।
वही मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 369 रन बनाए थे, जिसमें मार्नस लाबुशाने का शतक शामिल था। इसके जवाब में पहली पारी में भारत ने शार्दुल ठाकुर और वॉशिंग्टन सुंदर के अर्धशतकों के दम पर 336 रन बनाए थे।दूसरी पारी में 33 रन की बढ़त लेने के बाद कंगारू टीम ने 294 रन बनाए।
जिसका जवाब भारत ने सधे अंदाज में दिया। कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद भारत ने मंगलवार को ब्रिसबेन में चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर श्रृंखला 2-1 से जीती और इस तरह से बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी। आस्ट्रेलिया से स्वदेश लौटे टीम के खिलाड़ियों को मुंबई में कोरेंटिन नहीं किया जायेगा। इस बात की जानकारी बीएमसी ने दी। बीएमसी ने बताया कि खिलाड़ियों को उनके घर जाने दिया गया है।
पालघर एक्सप्रेस शार्दुल ठाकुर ने दिखाया कमाल ….
ब्रिस्बेन टेस्ट में तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर न सिर्फ 7 विकेट झटके, बल्कि पहली पारी में बेशकीमती 67 रन भी बनाए।इसके अलावा शार्दुल ने मैच में दो बेहतरीन कैच लपके। पहली पारी में बल्ले के साथ शार्दुल ने तब मोर्चा संभाला, जब 186 के स्कोर पर भारत के 6 विकेट गिरे चुके थे। उस समय ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से भारत 183 रन पीछे था। शार्दुल अगर 67 रन नहीं बनाते तो ऑस्ट्रेलिया को बड़ी बढ़त मिल जाती और यह मैच आस्ट्रेलिया के खाते में चला जाता और 33 सालो से चली आरही उसकी बादशाहत बरकरार रहती .