अबुजा, 10 मई = इस्लामी चरमपंथी समूह बोको हराम ने जिन लड़कियों का अपहरण किया था उनमें से एक चिबोक लड़की ने आज़ाद होने से इनकार कर दिया है और आज़ाद होने की बजाय अपने पति से साथ रहना चुना है। यह जानकारी सरकारी सूत्रों से मिली।
बीबीसी के अनुसार, राष्ट्रपति मोहमदू बुहारी के प्रवक्ता गार्बा शेहू ने स्थानीय टीवी चैनल को बताया कि उक्त लड़की ने कहा, “मैं जहां हूं वहीं खुश हूं. मुझे पति मिल गया है।” वह शनिवार को बोको हराम की चंगुल से छुड़ाई गई लड़कियों में से एक हैं। माना जा रहा है कि सौ से अधिक लड़कियां अब भी चरमपंथियों की क़ैद में हैं।
द. कोरिया के नए राष्ट्रपति ने प्योंगयांग जाने की इच्छा की जाहिर
विदित हाे कि बोको हराम ने तीन साल पहले देश के उत्तर पूर्वी इलाके से 276 लड़कियों को अगवा किया था। इस इलाके में बगावत के दौरान बोको हराम ने कई और लोगों को भी अगवा किया था। सरकार इस बात पर राज़ी हुई थी कि इनके बदले वह पकड़े गए बोको हराम के कुछ सदस्यों को रिहा करेगी, लेकिन कितने सदस्यों को छोड़ा जाना है इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
ऐसी ख़बरे हैं कि जो लड़कियां अगवा की गई थीं उनमे से कुछ ने बोको हराम के लड़ाकों से शादी कर ली और अब उनके बच्चे भी हैं। चिबोक लड़कियों के माता-पिता को धीरे-धीरे उनकी बेटियों के बारे में बताया जा रहा है। शेहु का कहना है कि लड़कियों की पहचान की जा रही है ताकि जल्द से जल्द उन्हें उनके परिवारों से मिलाया जा सके।