मास्को, 25 अक्टूबर (हि.स.)। रैनसमवेयर के बाद बैड रैबिट नाम के एक वायरस ने साइबर हमला किया है। यह हमला रूस समेत कई देशों पर किया गया है। इससे रूस की इंटरफेक्स समाचर एजेंसी समेत यूक्रेन हवाई अड्डे की कंप्यूटर प्रणाली प्रभावित हुई है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
हालांकि, इससे किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, फिर भी अमेरिकी सरकार ने चेतावनी जारी की है। अमेरिका के ‘डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी’ ने बैड रैबिट को लेकर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह ऐसा वायरस है जो कंप्यूटर को लॉक कर देता है और उसे अनलॉक करने के लिए पैसे मांगता है।
एक साइबर फर्म ईएसईटी के शोधकर्ता रॉबर्ट लिपोस्की ने कहा है कि हैकर्स ने बुनियादी ढांचे को प्रभावित किया है जिसमें ट्रांसर्ग्ट ऑपरेटर्स भी शामिल हैं। इससे यह साफ पता चलता है कि इस अभियान को अच्छी तरह से अंजाम दिया गया है।
ईएसईटी के मुताबिक, इस हमले में आधे से ज्यादा प्रभावित लोग रूस में थे। इसके बाद यूक्रेन, बुल्गारिया, तुर्की और जापान के लोगों पर असर पड़ा है।
रूस की सबसे बड़ी न्यूज एजेंसी इंटरफेक्स ने बताया कि इस वायरस ने उसकी कुछ सेवाओं को प्रभावित किया है। हालांकि, इन्हें ठीक कर लिया गया है। वहीं, यूक्रेन एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि उनके सिस्टम पर हमला होने से उन्हें यात्रियों की सूची को मैनुअली तैयार करना पड़ा है। इसी के चलते फ्लाइट लेट हुई हैं।
रूस की साइबर-सिक्योरिटी फर्म कैसपर्स्की लैब ने कहा है कि बैड रैबिट वायरस जून में आए नॉटपेट्या की ही तरह अपना पैर पसार रहा है। इसने यूक्रेन की कई सरकारी एजेंसियों और व्यापार को प्रभावित किया है।