बुंदेलखंड : भाजपा को 12, बसपा 6 व गठबंधन को एक सीट मिलने की संभावना
Uttar Pradesh.झांसी, 10 मार्च= बुंदेलखंड की कुल 19 विधानसभा सीटों में से मतदाताओं के मिले रुझान के चलते भाजपा को 12 सीटें, बसपा को 6 तथा सपा-कांग्रेस गठबंधन को एक सीट मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
बुंदेलखंड को बसपा अपना एक मजबूत किला मानती रही है लेकिन वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की सुनामी के चलते बसपा को न सिर्फ बुंदेलखंड बल्कि पूरे देश में खाता तक नहीं खुल पाया था। बसपा को वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में हुए सबसे ज्यादा घाटे की वजह यह बताई जा रही है कि पिछड़े वर्ग के कुशवाहा, पाल, निषाद, प्रजापति आदि जातियां जो बसपा का मजबूत वोट बैंक हुआ करता था। इस चुनाव में बुरी तरह बिखर गया। इसके पीछे बसपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा, स्वामी प्रसाद मौर्य का बसपा के खिलाफ होना तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कुशवाहा समाज के नेता केशव प्रसाद मौर्य की ताजपोशी होना।
इसके अलावा वरिष्ठ पाल नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीराम पाल के अलावा बसपा के आधार वोट तथा प्रसिद्ध दलित नेता जुगुल किशोर, दीनानाथ भास्कर, पूर्व मंत्री दद्दू प्रसाद को बसपा से निकाला जाना। बसपा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी जैसे कद्दावर नेताओं को पार्टी से हटाने में बसपा के आधार वोट बैंक अहिरवार, दोहरे, जाटव का तो हल्का फुल्का नुकसान हुआ, लेकिन कभी बसपा के वोट बैंक रहे दलित समाज के धोबी, धानुक, पासी, मेहतर, बसोर आदि दलित जातियों ने भी इस बार बसपा का साथ छोड़ दिया। जबकि दलितों की कोरी बिरादरी पहले से बसपा से अलग रही है।
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इसके अलावा बसपा सुप्रीमो ने जिस तरह मुसलिम समाज को 108 विधानसभा क्षेत्रों में टिकट दिए और मतदान के दौरान जिस तरह अल्पसंख्यकों को ज्यादा वोट सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी को गया। उसने भी बसपा को गहरे चुनावी घाटे की ओर धकेल दिया। उधर भाजपा नेतृत्व ने बड़ी चतुराई से अल्पसंख्यकों को एक भी टिकट नहीं दिया। जिसने पिछड़ो, अति पिछड़ों तथा दलितों में कोरी, धोबी, धानुक, पासी, पासवान को भाजपा के पक्ष में लामबंद कर दिया।
इसी तरह भाजपा के पक्ष में लोधी, राजपूत, कुर्मी, कुशवाहा, पाल, राठौर, प्रजापति आदि पिछड़ी जातियों को भाजपा के पक्ष में लामबंद किया। श्रवर्णों में ब्राह्मण, ठाकुर, वैश्य, कायस्थ आदि का ज्यादातर मत इस बार भाजपा के पक्ष में था। जबकि सपा, कांग्रेस के पक्ष में यादव, मुसलिम, ठाकुर, ब्राह्मण, वैश्य, कायस्थ नजर आए। इसके चलते भाजपा को बुंदेलखंड की कुल 19 सीटों में भाजपा को 13, बसपा को 5 तथा सपा-कांग्रेस गठबंधन को 1 सीट मिलने की उम्मीद है। यह केवल संभावाना है। 11 मार्च को आने वाले परिणाम जुदा भी हो सकते हैं।
भाजपा की जीत की संभावित सीटें
उरई-गौरीशंकर वर्मा
कालपी-नरेंद्र सिंह जादौन
ललितपुर-रामरतन कुशवाहा
गरौठा-जवाहर लाल राजपूत
बबीना- राजीव सिंह पारीछा
महरौनी-मनोहर लाल
राठ-मनीषा अनुरागी
चरखारी-बृजभूषण राजपूत
तिंदवारी-ब्रजेश प्रजापति
नरैनी-राजकरन कबीर
कर्वी-चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय
मानिकपुर-आरके सिंह पटेल
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बसपा के संभावित विजयी प्रत्याशी
हमीरपुर-संजय दीक्षित
झांसी-सीताराम कुशवाहा
मऊरानीपुर-प्रागीलाल अहिरवार
बबेरु-श्रीमती किरन यादव
महोबा-अरिमर्दन सिंह नाना
बांदा-मधुसूदन कुशवाहा
सपा-कांग्रेस गठबंधन की संभावित विजयी प्रत्याशी
माधौगढ़-विनोद चतुर्वेदी