नई दिल्ली, 30 जनवरी = एक फरवरी को पेश होने वाले आम बजट में एक बार फिर आपको बढ़े हुए सर्विस टैक्स का झटका लग सकता है। आम बजट 2017-18 में वित्त मंत्री अरुण जेटली सर्विस टैक्स की दरें बढ़ा सकते हैं। संभावना है कि सर्विस टैक्स की वर्तमान दर 15 फीसदी से इसे बढ़ाकर 16-18 फीसदी के बीच किया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो ये तीसरा मौका होगा जब जेटली सर्विस टैक्स बढ़ाएंगे। खबरों के मुताबिक यह कदम सर्विस टैक्स रेट को प्रस्तावित जीएसटी स्लैब के आसपास रखने के तहत उठाया जा सकता है। जीएसटी का रास्ता साफ करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली बजट 2017 में सर्विस टैक्स बढ़ाकर 16-18 फीसदी कर सकते हैं।
वित्त मंत्री के इस कदम से घूमना, रेस्त्रां में खाना, टेलिफोन बिल समेत अन्य सर्विसेज महंगी हो जाएंगी। यह कदम सर्विस टैक्स रेट को प्रस्तावित जीएसटी स्लैब के आसपास रखने के तहत उठाया जा सकता है। सर्विस टैक्स के बढ़ने से मोबाइल बिल, हवाई टिकट, होटल, रेस्त्रां और कई तरह की सेवाओं पर टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा।
जीएसटी को 1 जुलाई 2017 से लागू करने का सरकार का लक्ष्य है| जीएसटी के लागू होने पर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लगाए जाने वाले सभी तरह के इनडायरेक्ट टैक्स इसमें शामिल हो जाएंगे। सेंट्रल और स्टेट टैक्स जैसे एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स और वैट सभी जीएसटी में शामिल हो जाएंगे।
जीएसटी में टैक्स की पांच दरें होंगी जिन्हें 0,5,12,18 और 28 फीसदी के स्तर पर रखने का फैसला किया गया है| कुछ टैक्स जानकारों का मानना है कि सर्विस टैक्स के अलग-अलग रेट हो सकते हैं। बेसिक सुविधाओं के लिए यह 12 फीसदी और दूसरों के लिए 18 फीसदी हो सकता है।
यह तीसरा मौका है जब वित्त मंत्री अरुण जेटली सर्विस टैक्स रेट बढ़ा सकते हैं। इसके पीछे का सर्विस टैक्स का इतिहास देखें तो 1 जून 2015 को सर्विस टैक्स को 12.36 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी हुआ फिर नवम्बर 2015 से 0.5 फीसदी स्वच्छ भारत सेस लगाया गया जिससे सर्विस टैक्स बढ़कर 14.5 फीसदी हो गया| वहीं पिछले बजट में अरुण जेटली ने 14.5 फीसदी सर्विस टैक्स पर 0.5 फीसदी कृषि कल्याण सेस लगाया| इससे सर्विस टैक्स रेट बढ़कर 15 फीसदी हो गया है।