नई दिल्ली (ईएमएस)। नार्थ ईस्ट के रणनीतिक महत्व को देखते हुए केंद्र सरकार ने समयबद्ध तरीके से राज्य को रेल, संचार, हवाई संपर्क से जोड़ने और साउथ ईस्ट एशिया से संपर्क बढ़ाने का खाका तैयार किया है। पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों का समेकित विकास का काम केंद्र नीति आयोग नॉर्थ ईस्ट फोरम की निगरानी में करेगा। चीन से सटे इलाकों में रणनीतिक लिहाज से अहम सड़कों का निर्माण भी तेज होगा। साथ ही सभी नार्थ ईस्ट राज्यों को 4 लेन हाईवे से जोड़ा जाएगा। पूर्वोत्तर में विकास का एजेंडा तय करने के लिए पहली नीति आयोग नॉर्थ ईस्ट फोरम की बैठक मंगलवार को अगरतला में हो रही है। इस बैठक की अध्यक्षता संयुक्त रूप से केंद्रीय पूर्वोत्तर मामलों के मंत्री जितेंद्र सिंह, नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार करेंगे। बैठक में पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को बुलाया है। केंद्र के विभिन्न विभागों के सचिव और नॉर्थ ईस्ट राज्यों के मुख्य सचिव भी बैठक में शामिल होंगे।
–ऐक्शन प्लान पर होगी चर्चा
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार का कहना है कि बैठक में पूर्वोत्तर की विकास परियोजनाओं को गति देने के एक्शन प्लान पर चर्चा होगी। नीति फोरम फॉर नार्थ ईस्ट का गठन इसी साल फरवरी में किया था। त्रिपुरा में मिली प्रचंड जीत के बाद प्रदेश सरकार के अनुरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बैठक अगरतला में आयोजित करने का निर्देश दिया था। नीति आयोग के उपाध्यक्ष पूर्वोत्तर के राज्यों की चुनौतियों को समझने के लिए सभी राज्यों का पहले से दौरा कर रहे हैं। नीति आयोग दिल्ली में बैठकर नीतिगत दिशा तय नहीं करेगा। राजीव कुमार ने कहा वे नॉर्थ ईस्ट सहित देश के सभी राज्यों का दौरा अपना एक साल का कार्यकाल पूरा होने से पहले कर लेंगे।
– यह है बैठक का एजेंडा
बैठक में सड़क, रेल, और हवाई संपर्क बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा होगी। चीन सीमा से सटी 27 सड़क परियोजनाओं के काम की प्रगति पर चर्चा होगी। पूर्वोत्तर के राज्यों में जल विद्युत परियोजना का खाका भी तैयार होगा। कृषि व संबंधित सेवा को विस्तार देने और ऑर्गेनिक फार्मिग पर चर्चा होगी। दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने की भी कार्ययोजना एजेंडे में है। जल प्रबंधन की रणनीति भी बनाई जाएगी। सिंचाई परियोजनाओं पर भी बात होगी।