पटना, सनाउल हक़ चंचल
फतेहां पंचायत के पूर्व मुखिया मदन सिंह के भाई मोहन सिंह का शव संदेहास्पद स्थिति में मंगलवार की सुबह सिंगैला गांव स्थित पॉल्ट्रीफॉर्म पर मिला। मंगलवार की शाम में पोस्टमार्टम कराने के लिए शव लेने पहुंची मोतीपुर पुलिस ग्रामीणों में छीना-झपट्टी होने लगी। आक्रोशित लोगों ने मोतीपुर पुलिस पर हमला कर खदेड़ दिया और पुलिस जीप को क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस से शव छीन कर मोतीपुर-सरैया स्टेट हाईवे के पटेल चौक पर रख कर जाम कर दिया। रात 10 बजे कथैया पुलिस ने मृतक के परिजनों का बयान दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर उसे देर रात मोतीपुर पुलिस को सौंप दिया। परिजनों ने मिट्ठू सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है।मृतक के भाई पूर्व मुखिया ने मोतीपुर थाना अध्यक्ष को जांच से अलग रखने की मांग की है। उन्होंने बताया कि सोमवार की शाम सिंगैला निवासी पॉल्ट्रीफॉर्म संचालक मिट्ठू सिंह के बुलावे पर उसकी चचेरी बहन की शादी में भाग लेने मोहन गया था।
मोहन के पास जमीन बेचने का डेढ़ लाख कैश था। वह रात में नहीं लौटा। दोपहर में उसका शव होने की सूचना हम लोगों को दी गई। जबकि मिट्ठू सिंह और स्थानीय लोगों ने सुबह में ही डेडबॉडी देख कर मोतीपुर पुलिस को सूचित किया था। जब मैं वहां पहुंचा तो शव चौकी पर पड़ा था। मृतक के दोनों पाजर में जख्म के निशान थे। मोतीपुर पुलिस ने हमारी बात नहीं सुनी और एक जनप्रतिनिधि से बंद कमरे में आधा घंटा तक बात की। फर्द बयान लेने के लिए कहा तो वह शव को पोस्टमार्टम में भेजने की जल्दी दिखाने लगी। इधर, मिट्ठू सिंह ने बताया कि मोहन अक्सर उसके पोल्ट्री फार्म पर आता था। सोमवार को वह नशे की हालत में पहुंचा। सुबह जगाने गया तो वह मृत पड़ा था। इसकी सूचना स्थानीय लोगों और पुलिस को दे दी गई।
पुलिस पर हमले की दर्ज होगी एफआईआर –
मोतीपुरथाना अध्यक्ष अनिल कुमार यादव का कहना है कि स्वाभाविक मौत बता कर परिजन पोस्टमार्टम से इनकार करने लगे, जबकि पुलिस शव का पंचनामा बना चुकी थी। जबरन पुलिस पर हमला कर शव छीन लिया गया। सरकारी काम में बाधा को लेकर एफआईअार दर्ज की जा रही है।
पोस्टमार्टम को लेकर पुलिस के साथ धक्का-मुक्की
शव को पोस्टमार्टम में ले जाने को लेकर पुलिस ग्रामीणों में धक्का-मुक्की हुई। पुलिस शव को कब्जा में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहती थी, जबकि परिजनों ग्रामीणों का कहना था कि डेडबॉडी हम ले जाएंगे। धक्का-मुक्की के बाद शव को ग्रामीणों ने पुलिस से जबरन छीन लिया। इससे वहां अफरातफरी मच गई। दुकानदार अपनी दुकानें बंद करने लगे। ग्रामीणों ने एंबुलेंस को शव सहित जबरन अपने साथ ले जाकर पटेल चौक को जाम कर दिया।