पूर्व मंत्री छगन भुजबल के स्वास्थ्य को लेकर विप चिंतित
मुंबई, 05 मार्च (हि.स.)। महाराष्ट्र सदन घोटाले में आर्थर रोड जेल में बंद पूर्व मंत्री छगन भुजबल के स्वास्थ्य को लेकर विधानपरिषद सभागृह में सदस्यों ने सरकार को आड़े हाथों लिया और सरकार पर भुजबल पर ज्यादती किए जाने,स्वास्थ्य सुविधा तक न दिए जाने का जोरदार मुद्दा उठाया है। विधानपरिषद के सभापति रामराजे निंबालकर ने इस मामले में सरकार को जांच एजेंसियों और कोर्ट से संपर्क कर भुजबल को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिए जाने का आदेश जारी किया है। रामराजे निंबालकर ने राज्य सरकार को कहा कि वह इस बारे में कोर्ट व जांच एजेंसियों से चर्चा कर भुजबल को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दिलाने का प्रबंध करें।
सोमवार को कपिल पाटील ने विधान परिषद में पूर्व मंत्री छगन भुजबल के स्वास्थ्य को लेकर मामला उठाया गया। कपिल पाटील ने कहा कि छगन भुजबल वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री हैं। इसके बावजूद उन्हें जेजे अस्पताल में सामान्य मरीज की भांति कतारबद्ध होकर इलाज करवाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं उनकी ईसीजी व अन्य जांच रिपोर्ट में नकारात्मक रिपोर्ट आने के बावजूद अस्पताल प्रशासन उनके साथ ठीक से व्यवहार नहीं कर रहा है। इस मुद्दे पर विपक्षी नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि भुजबल पर महाराष्ट्र सदन घोटाले का आरोप मात्र है ,लेकिन सरकार उनके साथ खतरनाक कैदी से भी बदतर व्यवहार कर रही है। अभी तक भुजबल को किसी भी मामले में सजा नहीं मिली है,लेकिन सरकार उन्हें दवा के बिना ही समाप्त करने की साजिश रच रही है।
उन्होंने सभापति से मांग की है कि भुजबल को किसी अन्य निजी अस्पताल में स्थानांरित किया जाए। उनका उपचार किया जा सके। शेकाप विधायक जयंत जाधव ने भी पूर्व मंत्री भुजबल को अस्पताल में इलाज न हो पाने पर दुख व्यक्त किया और सरकार की भूमिका पर प्रश्रचिन्ह लगाया है। विधानपरिषद के नेता व राजस्वमंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि सरकार की भुजबल को लेकर किसी भी तरह की गलत अथवा बदला लेने की भावना नहीं है। इस बारे में सरकार सभागृह की भावनाओं का कद्र करते हुए आवश्यक कदम उठाएगी।