पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पूर्णिया। बिहार सरकार की दहेज विरोधी मुहिम की धज्जियां उड़ा रहे है पूर्णिया के दहेज लोभी. इन्हें न तो समाज का डर है. और न तो प्रशासन का. पिछले दिनों बिहार सरकार ने दहेज विरोध एवं बाल विवाह के लिए सूबे की जनता को शपथ दिलाई. सिर्फ पूर्णिया में तकरीबन तीन लाख लोगों से अधिक ने दहेज एवं बाल-विवाह के खिलाफ शपथ ली. लेकिन इन दहेज लोभियों पर इसका कोई भी असर नही हुआ. जिसका खामियाजा पूर्णिया जिले में तीन विवाहिता को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी.
पहली घटना जिले के बायसी अनुमंडल के घोष भासिया गांव की नयना देवी के साथ हुई. बताया जाता है कि नयना को उसके पति बबलू शर्मा एवं सास सहित चार लोगों ने गले मे रस्सी बांधकर मार डाला. शव को घर पर छोड़कर भाग गये. पुलिस सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
दूसरी घटना जिले के बनमनखी अनुमंडल के जानकीनगर थाना क्षेत्र के बेलतरी गांव की गुंजन देवी के साथ हुई. जिसमे उसके पति मंजेश यादव सहित पांच लोगों पर प्राथमिक दर्ज की गई है. घटना की जानकारी देते हुए जानकीनगर थानाध्यक्ष शिव शंकर ने बताया कि गुंजन देवी के पिता शिव नारायण यादव ने अपने दामाद मंजेश यादव सहित पांच लोगों पर नामजद प्राथिमिकी दर्ज कराई है.
एफआईआर में उन्होंने लिखा है कि मेरा दामाद मंजेश यादव एक लाख रुपये के लिए मेरी बेटी की दिन-रात प्रताड़ित करता था. आज मुझे फोन आया कि आपकी बेटी किरासन तेल छिड़कर आग लगा ली है. पूर्णिया सदर अस्पताल लेकर जा रहे है. घटना की जानकारी जानकीनगर थाना को मिली तो थानाध्यक्ष शिव शंकर ने तुरन्त घटनास्थल पहुंच कर मामले की छानबीन शुरू कर दी. लेकिन गुंजन अपनी जिंदगी से लड़ते-लड़ते हार गई. और दम तोड़ दिया.
वहीं तीसरी घटना पूर्णिया सदर अनुमंडल के कसबा थानाक्षेत्र के गढ़बनैली के घोड़दौर पंचायत के पारक टोला की है. घटना के बारे में मृतिका रबीना के भाई समीर ने बताया कि मेरी बहन को 40 हजार रुपये की खातिर इतना मारा की उसका दम ही टूट गया. घटना की जानकारी मिलते ही कसबा थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने तुरन्त घटना स्थल पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के भेज दिया. मामले की छानबीन शुरू कर दी एवं एक की गिरफ्तार भी की है.