पालघर में बड़े धूमधाम से मनाया गया 68वा गणतंत्र दिवस, मंत्री विष्णु सावरा ने किया चौथी बार झंडा वंदन
पालघर केशव भूमि नेटवर्क (26 जनवरी) : शुक्रवार को पालघर के कोलगांव में स्तिथ पुलिस ग्राउंड पर 68 वे गणतंत्र दिवस पर जिला के आला अधिकारियो की मौजूदगी में आदिवासी विकास मंत्री व पालघर जिला के पालक मंत्री विष्णु सावरा ने चौथी बार झंडा वंदन किया गया .साथ ही, पालघर कोर्ट ,जिला परिषद् ,नगर परिषद् बोइसर , दहानू , तलासरी, वाडा, सफाले, व जिला के सभी स्कुलो व अन्य जगहों पर झन्डा वंदन करके बड़े धूमधाम सेगणतंत्र दिवस मनाया गया .वही इस अवसर पर मंत्री सावरा ने कई पुलिस अधिकारियो व अन्य लोगो को सम्मानित भी किया .
चार साल पहले ठाणे जिला से अलग होकर बना नया जिला पालघर के कोलगांव में 68 वे गणतंत्र दिवस पर दुग्धविकास प्रकल्प, पोलीस परेड मैदान में पालघर जिला प्रशासन की तरफ से झंडा वंदन के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था . इस अवसर पर झंडा वंदन के बाद उपस्तिथ लोगो को संबोधित करते हुए मंत्री विष्णु सावरा ने कहा की पालघर जिला की स्थापना हुए 3 साल बीत गए है . पालघर जिला को सामाजिक आर्थिक विकास के साथ साथ आधुनिक प्रगत व सक्षम जिला बनाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से शक्रिय है .पालघर जिला मुख्यालय के निर्माण का काम सिड्को के माध्यम से काफी तेजी से शुरू है .2 अक्तूबर को पालघर जिला हगंदारी मुक्त घोषित हो चूका है .
कुपोषण को रोकने के लिए डॉ .अब्दुल कलाम योजना के तहत कुपोषित बच्चो को आहार दिया जा रहा है जिसके कारण कुपोषण को रोकने में हमें काफी सफलता मिली है .आदिवासी आश्रम स्कुलो में पढने वाले आदिवासी बच्चो को हर सुबिधा मोह्या करायी जा रही है .जो स्कुल भाड़े के मकानों में चल रहे हैं या जिनकी हालत खस्ता है उनको सुधारने के लिए निर्माण काम शुरू है . जिला के गरीब आदिवासी बंधुओ को आर्थिक स्तिथ से मजबूत बनाने के लिए उन्हें तरह तरह की योजनाओ के रोजगार मोह्या कराया जा रहा है .हम जिला के हर नागरिको तक पहुंच उसे मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रहे है . जिला के विकास के लिए ऐसे अनेक काम है जिस पर सरकार और जिला प्रशासन काम कर रहा है .
इस अवसर पर जिला परिषद के अध्यक्ष विजय खरपडे, जिलाधिकारी डॉ. प्रशांत नारनवरे, पुलिस अधीक्षक मंजुनाथ सिंगे, जि.प.के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिलिंद बोरीकर, निवासी उपजिलाधिकारी डॉ नवनाथ जरे, उपजिलाधिकारी डॉ. किरण महाजन, संभाजी अडकुणे, जिला पूरवठा अधिकारी उमेश बिरारी, जिला परिषद,नगर परिषद् व अन्य अलग अलग विभागों के अधिकारी , कर्मचारी , स्वातंत्र्य सैनिक, ज्येष्ठ नागरिक, लोकप्रतिनिधी, स्थानिक नागरिक बड़ी संख्या में उपस्तिथ थे .