पालघर में पिने के पानी के लिए दर भटकने के लिए लोग मजबूर.
केशव भूमि नेटवर्क :=मुंबई से सटे पालघर जिला के तारापुर में स्तिथ तारापुर परमाणु केंद्र के अधिकारियो द्वारा 0. 8 किलोमीटर दीवाल बनाने के कारण तारापुर परमाणु के केंद्र से सटे घिवली गांव के करीव सभी कुंए दीवाल के अंदर चले जाने के कारण घिवली गांव के महिलाए पिने के पानी के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर है .
गांव वालो का कहना है की घिवली गांव की जनसंख्या करीव 3500 है और इस गांव को तारापुर परमाणु केंद्र ने गोद लिया है. लेकिन तारापुर परमाणु केंद्र के अधिकारियो द्वारा करीव 0. 8 किलोमीटर दीवाल बनाने के कारण घिवली गांव के करीव सभी कुंए जिसका पानी हम लोग पीते थे दीवाल के अंदर चले गए है. जिसके बाद से इस गाँव में पिने के पानी की समस्या पैदा हो गयी है और इस गांव में पिने का पानी नहीं है जिसके कारण इस गांव की महिलाओ को दिन तो दिन रात को करीव 2 वजे तक 3 से 5 किलो मीटर तक पिने का पानी भरने के लिए भटकना पड़ता है. ,गांव में जो कुंए है उसका पानी नाले के पानी जैसा है , इस गांव की ज्यादा तर महिलएं कम्पनियो में नौकरी करती है उनके सामने पानी को लेकर एक समस्या पैदा हो गई है की वह नौकरी करे की रात दिन भटक कर के पानी भरे. हम लोगो ने देश के इस पहले प्रोजेक्ट के लिए जमींन देकर गलती कि है क्या ?
NPCL ने कुछ साल पहले हमारे गांव को बिना विश्वाश में लिए इस गांव को नल योजना के तहत पानी दिया था जिस पानी का बिल एक बार 17 लाख रूपया आया था और उस बील को भरने के लिए NPCL ने हमारे ग्रामपंचायत को 17 लाख रूपये दिए थे जिसे ग्रामपंचायत ने MGP में जाकर बिल भर दिया था.लेकिन दूसरी बार पानी के बिल का पैसा नहीं मिलने के कारण पिछले काफी महीनो से MGP ने हमारा पानी बंद कर दिया है .जो बिल अब करीव 30 लाख तक पंहुच गया है. प्रशासन से लाख शिकायत के बाद भी हमारा कोई सुनने वाला नहीं है.