पालघर नगर पंचायत चुनाव में बीजेपी का सूपड़ा साफ़ .
केशव भूमि नेटवर्क := पालघर जिला के तलासरी ,विक्रगढ़ और मोखाडा तहसील में 27 नवम्बर को 51 सिट पर हुए चुनाव का सोमवार को नगर पंचायत चुनाव का रिजल्ट घोषित हुआ जिसमे बीजेपी को 51 सीटो में केवल 7 सीटो पर ही जीत हासिल हुयी बाकी सीटो पर बीजेपी को अपने ही गढ़ में हार का सामना करना पड़ा . और उसका सूपड़ा साफ़ हो गया .वही निलेश सांबरे के पैनल विक्रमगढ़ विकास आघाडी ने 7 सिट ,जागृति पैनल ने 6 सिट ,एनसीपी ने 5 सिट,सीपीएम ने 11 सिट,शिवसेना 14 सिट और कांग्रेस ने 2 सिट पर जित हासिल की है .
गौरतलब है की पालघर जिला के तालसरी ,विक्रमगढ़ ,और मोखाडा तहसील में 27 नवम्बर को नगर पंचायत का चुनाव हुआ था जिस चुनाव में विक्रमगढ़ नगरपंचायत से बीजेपी और शिवसेना गठबंधन करके शिवसेना 4 जगह व बीजेपी ने 13 जगह से चुनाव लड़ा था जब की इनके विरोध में निलेश सांबरे ने कांग्रेस के साथ मिला कर विक्रमगढ़ विकास आघाडी पैनल बनाकर कांग्रेस ने 6 जगह और अघाड़ी ने 10 जगह उम्मीदवार से अपने अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था . और विवेक पंडित ने श्रमजीवी और आदिवासी एकता परिषद व अन्य कुछ लोगो से गठबंधन करके जागृति नमक पैनल बनाकर 12 लोगो को चुनाव मैदान में उतारा था .
वही मोखाडा नगर पंचायत में शिवसेना बीजेपी अपने अपने दम पर चुनाव लड़ थी और दोनों पार्टियों ने सभी 17 जगहों पर अपने – अपने उम्मीदवार मैदान में उतारा था . जब की एनसीपी और कांग्रेस ने गठबंधन करके एनसीपी ने 9 जगह और कांग्रेस ने 5 जगह पर अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतरा था .जब की तलासरी नगर पंचायत में सभी पार्टिया अपने –अपने दम पर चुनाव थी जिसके लिए सीपीएम .बीजेपी ,शिवसेना .कांग्रेस ,एनसीपी व अन्य पार्टियों ने सभी सीटो पर अपने अपने उम्मीदवारो को मैदान में उतरा था ,
वही इस चुनाव को बीजेपी के लिए अग्नि परीक्षा के रूप में देखा जा रहा था ,क्यू की पालघर लोकसभा सिट से बीजेपी के सांसद चिंतामण वनगा तालसारी नगर पंचायत से आते है ,और इस सिट से पास्कल धनारे बीजेपी के विधायक है ,वही विक्रमगढ़ और मोखाडा नगरपंचायत बीजेपी के आदिवासी विभाग मंत्री व पालघर जिला के पालक मंत्री विष्णु सावरा के मतदार संघ में आता है . और यंहा पिछले 15 सालो से बीजेपी की सत्ता है . और इस चुनाव में बीजेपी का अपने गढ़ से सूपड़ा साफ हो गया , जिसके लिए मुख्य सूत्रधार सामाजिक कार्यकर्ता निलेश सांबरे को माना जा रहा है जिन्हों ने विक्रमगढ़ विकास आघाडी पैनल बनाकर बीजेपी को जोर का झटका धीरे से दिया .और निलेश सांबरे के सुर में सुर मिलाती जागृति पैनल भी दिखाई दिया . तीनो नगरपंचायत में 17-17 सीटे है इसके पहले यंहा ग्रामपंचायत थी और यह नगर पंचायत का पहली बार चुनाव हुआ है .