‘पद्मावती’ के विरोध में क्षत्रिय समाज 19 को करेंगे प्रदर्शन , दी सिनेमाघर जला देने की धमकी
लखनऊ, 15 नवम्बर : ‘पद्मावती’ फिल्म के विरोध में प्रदेश के सभी क्षत्रिय संगठन आगामी 19 नवम्बर को हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी पार्क में प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रदेश में फिल्म को बैन करने की मांग उठायेंगे। यह ऐलान बुधवार को प्रताप परिषद के पदाधिकारियों ने किया है।
संगठन के अध्यक्ष शिव सिंह चौहान ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ‘पद्मावती’ फिल्म रिलीज होने पर सिनेमाघर फूंक दिये जायेंगे। निर्माता संजय लीला भंसाली ने फिल्म के द्वारा महारानी पद्मावती का इतिहास तोड़-मरोड़कर उनके चरित्र को गलत ढंग से प्रदर्शित किया है।
यह फिल्म देश की युवा पीढ़ी को गलत इतिहास से परिचित करा रही है।
चौहान ने कहा फिल्म में महारानी पद्मावती को राजमहल के सभागार में नाचते हुए दिखाया गया है, जबकि राजपूत रानियों का यह इतिहास रहा है कि वह सभागार में नाचना तो दूर, जाती तक नहीं थी। फिल्म में महारानी के साथ अल्लाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम-प्रसंग दिखाया गया है, जबकि वास्तविकता यह है कि खिलजी महारानी का मरते दम तक दर्शन नहीं कर पाया था।
सिंह ने कहा कि खिलजी ने छलपूर्वक महाराजा रतन सिंह को पराजित करके महल में प्रवेश किया था, इसकी जानकारी होने पर महारानी ने आबरु व भारतीय परंपरा की रक्षा के लिये सहेलियों के साथ जलती चिंगारी में कुद गयी थी। कहा कि भंसाली धन कमाने के उद्देश्य से भारतीय वीरांगनाओं की मान-मर्यादा का हनन कर रहे हैं।
पद्मावती विवाद : इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की जिम्मेदार सरकार : कांग्रेस
चौहान ने कहा कि फिल्म से कोई आपत्ति नहीं है। भंसाली फिल्म से आपत्तिजनक दृश्यों को हटा दें। जिसका इतिहास से वास्ता ही नहीं, उसे इतिहास बना देना देश के साथ गद्दारी है। भारत की गौरवशाली इतिहास को अभिव्यक्ति के नाम पर मजाक बनाया जा रहा है। कहा कि फिल्म में कुछ आपत्ति नहीं है तो हमारे शीर्ष नेताओं को फिल्म दिखाया जाये।
गौरतलब है कि फिल्म निर्माता भंसाली सोशल मीडिया के द्वारा सफाई दे रहे हैं कि फिल्म में ऐसी कोई दृश्य को नहीं रखा गया है, जो राजपूताना व भारत की गौरवशाली इतिहास को ठेस पहुंचाये। वहीं अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने चुनौती दी है कि फिल्म किसी भी किमत पर 01 दिस्म्बर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। (हि.स.)।