पत्रकारों को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करो, बविआ पालघर जिला उपाध्यक्ष विश्वनाथ घरत नें की मांग || MSRTC कर्मियों और बुजुर्गो को भी मिलें महत्त्व
संजय सिंह ठाकुर / पालघर : बहुजन विकास आघाडी के पालघर जिला उपाध्यक्ष विश्वनाथ विष्णु घरत नें महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखकर सभी पत्रकारों एवं कैमरामैन को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित करने की मांग की है.साथ ही उन्हों ने अपने पत्र में कहा है की पत्रकारों के साथ 60 साल के ऊपर वालें बुजुर्गो को और महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल के सभी कर्मियों को वैक्सीनेशन के लिए बिना लाईन में खड़ा किए अधिक प्राधान्य देने की आवश्यकता है .
विश्वनाथ घरत ने कहा है कि देखा जाय तो प्रिंट मीडिया और ऑडियो-विजुअल मीडिया के पत्रकारों को अब तक देश के लगभग 12 राज्यों में फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित किया गया है. दुर्भाग्य से,यह निर्णय अभी भी महाराष्ट्र में प्रलंबित है. राज्य के कई वरिष्ठ पत्रकार व विभिन्न पत्रकार संगठन इस संबंध में लगातार मांग कर रहे हैं. राज्य के पत्रकार इसको लेकर ऑनलाइन आंदोलन भी कर चुके हैं. संगठन का कहना है कि कोरोना के प्रकोप की पहली लहर में, हमने कई पत्रकारों को खो दिया है. दूसरी लहर में भी कई पत्रकार कोरोना के शिकार हुए हैं. इसलिए उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित कर टीकाकरण में प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
क्योंकि कोरोना महामारी के दौरान पत्रकार अस्पतालों, श्मशान भूमि में जाकर काम कर रहे हैं. और जनता के साथ सीधे बातचीत कर लोगों की समस्याओं को सामने ला रहे हैं. कोरोना निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में पत्रकारों और मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. कोरोना से संक्रमित पत्रकारों की संख्या बहुत ज्यादा है.
पत्रकारों के साथ साथ महाराष्ट्र राज्य परीवहन महामंडल के सभी कर्मियों को भी वैक्सीनेशन में अधिक प्राधान्य देने की आवश्यकता है.महामंडल के सभी कर्मी अपनी और अपने परिवार का जान जोखिम में डाल कर यात्रियों को एक स्थान से दुसरे स्थान पहुँचाने का काम कर रहे इस दौरान उन्हें संक्रमित होने का खतरा ज्यादा है .