नोटबंदी एक आर्थिक भूकंप : ठाकरे
मुंबई, 04 नवंबर (हि.स.)। देश में मोदी सरकार के नोटबंदी के निर्णय से अनेक तरह की समस्याएं उत्पन्न हुई हैं, इससे यह साबित होता है कि नोटबंदी एक आर्थिक भूकंप है। इस तरह की टिप्पणी विधान परिषद के उप सभापति माणिकराव ठाकरे ने पुणे में आयोजित व्यंग्य चित्रों की प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त की है।
गौरतलब है कि गत वर्ष 16 नवंबर को मोदी सरकार ने नोटबंदी का निर्णय लिया था और इस नोटबंदी के निर्णय को एक वर्ष पूरा होने जा रहा है। इसी निमित्त प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एडवोकेट अभय छाजेड ने पुणे के बालासाहेेब ठाकरे कलाकेंद्र में एक व्यंग्य चित्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया है। इस प्रदर्शनी का उदघाटन करते हुए विधान परिषद के उप सभापति माणिकराव ठाकरे ने कहा कि नोटबंदी के बाद से देश अनेक समस्याओं से जूझ रहा है और नोटबंदी एक आर्थिक भूकंप की तरह लोगों की जिंदगी में आई और लोग उसको आज भी भुगत रहे हैं।
ठाकरे ने कहा कि समाज की संवेदना और आक्रोश को दिखाने के लिए ही इस व्यंग्य चित्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। नोटों को बदलने के लिए लोगों को लगातार कतारों में रहना पडा और 15 लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं। किसानों और खेतिहर मजदूरों का बुरा हाल है। लघु व मध्यम उद्योग जगत बडी परेशानियों का सामना कर रहा है। नोटबंदी के एक वर्ष पूरे होने के विरोध में कांग्रेस ने 8 नवंबर को देश व्यापी कालादिवस मनाने का निर्णय लिया है।