रुड़की, 23 सितम्बर (हि.स.)। आइआइटी रुड़की में दीक्षांत समारोह की समाप्ति की घोषणा होते ही छात्र-छात्राएं झूम उठे। सबसे पहले उन्होंने अपने साथियों को गले लगाया। इसके बाद झूमते हुए सभी अपने-अपने परिजनों के पास पहुंचे। इस खुशी के अविश्मरणीय पल पर परिजनों की आंखें भी छलक आईं। उन्होंने भी उन्हें खूब बढ़ने का आशीर्वाद दिया।
कन्वोकेशन के समाप्त होते ही संस्थान में सबसे अधिक 9.672 सीजीपीए लाने वाले चैतन्य भी खुशी में झूम उठे। उनकी खुशी को बांटने के लिए मेरठ के नौचंदी से उनके माता पिता भी पहंचे थे। मां शिक्षिका डॉ. चुन्नी रस्तोगी और पिता किताब व्यापारी राजीव रस्तोगी ने बेटे को आशीर्वाद दिया।
चैतन्य ने बताया कि वे फिलहाल सैमसंग में जॉब कर रहे हैं। अब डिग्री मिल गई है लेकिन वे शोध के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। अब इसके लिए प्रयास शुरू किए जाएंगे। वहीं, विदिशा के मोहित निमजे ने बताया कि देश सेवा ही उनका लक्ष्य है। वे डिग्री पाकर बेहद खुश हैं लेकिन वे अब आईएएस की तैयारी कर रहे हैं। आईएएस बनकर देश सेवा करना चाहते हैं। उधर, समारोह समाप्त होने के दौरान झमाझम बारिश होने से हॉल के अंदर ही छात्रों ने एक दूसरे को गले लगाकर खुशी मनाई।