दरभंगा जेल में बंद कुख्यात बदमाश संतोष झा के पीछे पड़े मुकेश के गुर्गे, झा के कत्ल की आशंका, बढ़ी अतिरिक्त सुरक्षा
पटना, सनाउल हक़ चंचल-4 जुलाई : बिहार के दरभंगा जेल में बंद कुख्यात बदमाश संतोष झा की हत्या की आशंका जताई जारही है। अपराधी संतोष व मुकेश पाठक इन दिनों दरभंगा मंडलकारा के सेल में रंगदारी व हत्या के जुर्म में बंद हैं। देखा जय तो इन दोनों में अभी कुछ दिन पहले तक गहरी दोस्ती थी. लेकिन अब वह जानी दुश्मनी में बदल गई है। यही कारण है कि मुकेश के गुर्गे अब संतोष झा की जान के पीछे पड़ गए हैं. पुलिस महकमा को इसकी भनक लगते ही पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। दोनों तरफ से हर स्तर पर अब अतिरिक्त सावधानी बरती जारही है।
दोहरे इंजीनियर हत्याकांड से सुर्खियों में आया नाम ….
देखा जाय तो संतोष व मुकेश परबिहार के कई जिलों में आपराधिक गिरोह चलाने के जुर्म में कई प्राथमिक मामले दर्ज है। संतोष व मुकेश यह दोनों एक दोहरे इंजीनियर हत्याकांड से एक बार फिर सुर्खियों आए थे . अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि सीतामढ़ी के कुख्यात संतोष झा के गिरोह में फूट पड़ गई है. और दोनों में वर्चस्व की लड़ाई छिड़ी हुयी है जिसको लेकर संतोष की हत्या की साजिश रची जा रही है. वही कुछ महीने पहले मुकेश के सहयोगियों ने संतोष झा के बहनोई संजय लाल देव पर हमला किया था. इसके बाद से ही संतोष के नजदीकी व उसी के गिरोह के शातिर मुकेश पाठक पर पुलिस की पैनी नजर गडी हुई है. उसकी गतिविधियों व अन्य हरकतों पर सुरक्षाकर्मी हर पल नजर रख रहे हैं. संतोष व मुकेश सहित उसके गिरोह के अन्य शातिर सदस्य भी स्थानीय मंडलकारा के सेल में ही बंद हैं।
इसी महीने में आसकता है सजा का फैसला ….
अगर जानकारों की माने तो इसी माह सजा पर फैसला भी आ जाएगा। क्यों की दोहरे इंजीनियर हत्याकांड को लेकर स्पीडी ट्रायल के तहत रोज गवाही चल रही है. जिसे देखते हुए सरकारी वकील की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बीते दो शनिवार दोनों अपराधियों व पुलिस प्रशासन के लिए काफी दिक्कत भरा रहा है। पिछले शनिवार को मुकेश ने बीमारी का बहाना बनाया जिसके कारण संतोष को अकेला रहना पड़ा। एक दिन पहले शनिवार को भी ऐसा ही हुआ। कई पुलिस अधिकारी कोर्ट व कोर्ट के बाहर तैनात थे. लेकिन अफरातफरी की स्थिति में कैदी वैन में एक दारोगा जख्मी हो गया। पुलिस प्रशासन को इस पर भी पूरा ध्यान है।
सुरक्षा में हो चुकी है चूक…
इस गिरोह को रखने के लिए ही दरभंगा मंडलकारा में गत वर्ष सेल का निर्माण हुआ था, लेकिन यहां भी उनकी दादागीरी चलती रही है। सेल में मोबाइल फोन समेत सुरक्षा में चूक को लेकर जेल अधीक्षक पर कार्रवाई भी हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि इन दिनों किसी बात को लेकर संतोष व मुकेश में आपसी रंजिश काफी बढ़ गई है जो हत्या का रूप ले सकती है। स्थानीय पुलिस प्रशासन व मंडलकारा की ओर से अतिरिक्त सुरक्षा बरतते हुए दोनों को एक ही हथकड़ी में पेशी के लिए लाया जा रहा है। जेल में भी सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। जेल में किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हो, इसके लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जेल की सुरक्षा का इंतजाम पुख्ता है :जेल अधीक्षक का दावा
दरभंगा मंडलकारा के जेल अधीक्षक ललन कुमार सिन्हा ने कहा कि जेल की सुरक्षा कड़ी है। उन्होंने मुकेश व संतोष झा के बीच बढ़ी संघर्ष की आशंका पर कहा कि सुरक्षा कड़ी है। कैदियों पर विशेष नजर रखी जा रही है।
BMP की एक कंपनी लगी जेल की सुरक्षा में : SSP
SSP सत्यवीर सिंह ने सुरक्षा के मद्देनजर कहा कि जेल की सुरक्षा को लेकर एक कंपनी BMP को लगाया गया है। जेल के अलावा कोर्ट परिसर की भी सुरक्षा कड़ी है और चप्पे चप्पे पर पुलिस सख्ती से नजर रखे हुए है।