डल्हौजी से गिरफ्तार हुआ भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर , खुद को कहता हैं रावण
शिमला, 08 जून = उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पिछले महीने हुई हिंसा के मामले में वांछित भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के पर्यटक स्थल डल्हौजी से गिरफ्तार किया गया है। यूपी पुलिस चंद्रशेखर की तलाश में सरगर्मी से जुटी थी और डल्हौजी में उसकी लोकेशन मिलने पर यूपी पुलिस ने चंबा पुलिस से संपर्क साधा तथा जाल बिछाकर गुरुवार सुबह आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
चंबा के पुलिस अधीक्षक डाॅक्टर विरेंद्र तोमर ने बताया कि यूपी पुलिस के एक दल ने गुरुवार सुबह चंद्रशेखर को डल्हौजी से हिरासत में लिया और उसे अपने साथ उतर प्रदेश ले गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगामी कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अमल में लाई जा रही है।
गौरतलब है कि सहारनपुर की हिंसा के मामले में चंद्रशेखर आजाद आरोपी है, लेकिन वह पुलिस की पकड़ में नहीं आया और उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ है। कुछ साल पहले चंद्रशेखर ने भीम आर्मी के नाम से दलित युवकों के संगठन का गठन किया है तथा कई राज्यों में इस संगठन की टीम है। बाद में चंद्रशेखर पर भीम आर्मी के जरिए हिंसा फैलाने के आरोप लगने लगे।
चंद्रशेखर का दावा है- “हम अपने समुदाय के लिए संघर्ष कर रहे हैं. संविधान के दायरे में रहकर हक़ की आवाज़ उठाने पर प्रशासन मुझे नक्सली कहता है, तो मुझे इससे कोई गुरेज़ नहीं.”
रावण’ कहलाना पसंद
देहरादून से लॉ की पढ़ाई करने वाले चंद्रशेखर खुद को ‘रावण’ कहलाना पसंद करता हैं. इसके पीछे चंद्रशेखर की तर्क हैं की – “रावण अपनी बहन शूर्पनखा के अपमान के कारण सीता को उठा लाता है लेकिन उनको भी सम्मान के साथ रखता है.”
चंद्रशेखर के अनुसार “भले ही रावण का नकारात्मक चित्रण किया जाता रहा हो लेकिन जो व्यक्ति अपनी बहन के सम्मान के लिए लड़ सकता हो और अपना सब कुछ दांव पर लगा सकता हो वो ग़लत कैसे हो सकता है.”