जेल में बाबा राम रहीम की तबीयत बिगड़ी, मनोरोग के शिकार होने की संभावना.
रोहतक, 09 सितम्बर: साध्वी यौन शोषण मामले में बीस साल की सजा काट रहे डेरा प्रमुख राम रहीम का शुगर लेवल व बीपी बढ़ गया है। साथ ही बेचैन रहने की वजह से मनोरोग के शिकार होने की संभावना है और डाक्टरों ने भी ऐसा अंदेशा जताया है। पीजीआई से डाक्टरों के एक पैनल ने कारागार जाकर बाबा के स्वास्थ्य की जांच की और कुछ दवाइयां भी लिखी हैं। पीजीआई में बाबा को भर्ती किए जाने की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन को सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रील भी किया गया।
पीजीआई प्रबंधन का मानना है कि विशेष कैदी को लेकर पीजीआई के वार्ड नंबर 24 में कमरा नंबर 105 को तैयार किया गया है। साथ उन्होंने बताया कि डाक्टरों का एक पैनल बाबा की जांच के लिए जेल भेजा गया था। हालांकि प्रबंधन ने स्वास्थ्य रिपोर्ट की जानकारी देने से इंकार कर दिया।
सूत्रों के अनुसार, लगातार न सोने की वजह व बेचैनी के चलते बाबा को मानसिक बीमारी की संभावना है और किसी वक्त भी उन्हें पीजीआई में भर्ती कराया जा सकता है। शनिवार को पूरे दिन बाबा राम रहीम को पीजीआई लाने की चर्चा बनी रही। जेल चिकित्सकों को शनिवार को जेल प्रशासन को रिपोर्ट दी कि बाबा की हालत ठीक नहीं है। इसके बाद जेल प्रशासन ने पीजीआई प्रबंधन व जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी।
पीजीआई निदेशक का कहना है कि सूचना के आधार पर डाक्टरों का विशेष पैनल सुनारिया जेल भेजा गया था। साथ ही उन्होंने बताया कि मॉक ड्रील रूटीन का हिस्सा है और यह किसी अन्य कैदी के लिए हो सकता है। इसके अलावा पुलिस प्रशासन का भी यह कहना है कि सिर्फ यह मॉक ड्रील किया गया है और अभी तक ऐसी कोई सूचना नहीं है कि बाबा को पीजीआई भर्ती करवाया जाएगा। हालांकि पीजीआई प्रशासन ने यह बताने से इंकार कर दिया कि बाबा के स्वास्थ्य की क्या रिपोर्ट आई है।
पीजीआई चिकित्सक पैनल में डीएमएस डॉ. संदीप, नर्सिग स्टॉफ से अशोक, मेडिसन विभाग के डॉ. विकास, मनोरोग विभाग व ईसीजी विभाग के डाक्टर शामिल थे। पुलिस प्रशासन द्वारा दोपहर को पूरे पीजीआई परिसर को छावनी में तबदील कर दिया। वार्ड 24 की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर अद्र्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई और प्रत्येक वाहन की जांच पड़ताल की गई।
पुलिस प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा की दृष्टि से मॉक ड्रील किया गया है। पीजीआई निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि वार्ड नंबर 24 के कमरा नंबर 105 को तैयार किया गया। अगर सुनारिया जेल से किसी विशेष कैदी को उपचार के लिए पीजीआई लाया गया तो ईलाज की जिम्मेदारी है और इसी के चलते कमरा तैयार किया गया है। हालांकि उन्होंने बाबा राम रहीम का नाम नहीं लिया, लेकिन जिस तरीक्के से पीजीआई व जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है, उससे कहीं न कहीं यह बात सामने आ रही है कि बाबा को पीजीआई में देर सवेर भर्ती कराया जा सकता है। (हि.स.)।