जाने आखिर क्यों पिछले सात साल से यह मुस्लिम युवक मुफ्त में घरो तक पंहुचा रहा हैं भगवान गणेश की मुर्तिया
मुंबई, 26 अगस्त : त्यौहार मानवीय दृष्टिकोण से मनाए जाते हैं। आरिफ पठान नामक रिक्शा चालक ने 6 वर्ष पहले श्री गणेशोत्सव के दौरान गणेश भक्तों द्वारा घरों में स्थापित किए जाने के लिए ले जाई जाने वाली गणेश मूर्तियों को निशुल्क भक्तों के घरों तक पहुंचाने का संकल्प लिया था और आज भी वह अपने संकल्प को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। सातवें वर्ष भी उसने व उसके सहयोगियों ने सात सौ गणेश मूर्तियों को घरों तक पहुंचाया।
गौरतलब है कि मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में गणेशोत्सव पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। 25 अगस्त को गणेशोत्सव के पहले दिन, श्री गणेश चतुर्थी निमित्त दिन भर गणेश मूर्तियों को स्थापित करने के लिए गणेश भक्तों द्वारा अपने-अपने घरों में ले जाया गया। कोल्हापुर में इस वर्ष आरिफ पठान नामक रिक्शा चालक ने इस काम के लिए 20 रिक्शा चालकों को सहयोगी बनाया और अपनी निशुल्क सेवा को इस वर्ष भी गणेश भक्तों के लिए समर्पित करते हुए सात सौ गणेश मूर्तियों को गणेश भक्तों के घरों तक पहुंचाया।
आरिफ पठान शिवाजी पेठ के निवृत्ति चौक में रहते हैं और गत ने 6 वर्षों से गणेश मूर्तियों को गणेश भक्तों के घरों तक निशुल्क पहुंचाने का कार्य करते आ रहे हैं। बताया जाता है कि 6 वर्ष पहले वे गंगावेश के कुंभार गली में भाडे के लिए रुके हुए थे। उस समय उन्होंने देखा कि कुछ रिक्शा चालक गणेश भक्तों से मूर्ति को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए ज्यादा भाडा ले रहे हैं। यह देखकर उन्होंने गणेश भक्तों द्वारा ले जाई जा रही मूर्ति को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए निशुल्क सेवा देने का निर्णय लिया और लगातार इस कार्य में वे अपने सहयोगियों की संख्या बढाते जा रहे हैं। गत वर्ष इस कार्य के लिए 16 रिक्शा चालकों ने तो इस वर्ष 20 रिक्शा चालकों ने इस कार्य में अपना-अपना योगदान दिया है।