जहानाबाद के इस अस्पताल में डॉक्टर नहीं झाड़-फूंक से ओझा करते हैं इलाज….
जहानाबाद, 20 अगस्त : जहानाबाद सदर अस्पताल में एक ऐसा नजारा सामने आया है जिसे देखने के बाद आप सोचेंगे कि इलाज करना सही है या झाड़-फूंक से काम चल जायेगा। जी हां, बिहार के जहानाबाद में अन्धविश्वास का खुला खेल खेला जा रहा है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में देखने को मिला, जहां चोटी कटने की शिकार तीन महिलाएं बेहोशी हालत में इलाज कराने पहुंची थी।
बेहोश महिला को डॉक्टर एवं दवा के आभाव में ओझा गुनी से झाड़-फूंक खुलेआम अस्पताल के बेड पर किया जा रहा है। हद तो तब हो गयी जब पूरा अस्पताल प्रशासन ओझा के द्वारा झाड़-फूंक करते देख कर मूक दर्शक बना था जिससे अन्धविश्वास को और बढ़ावा मिल रहा था।
जिले के सबसे बड़े अस्पताल में ओझा के द्वारा नीम के पत्ता से महिला मरीजों के झाड़ फूंक का सिलसिला घंटो चलता रहा और अस्पताल प्रशासन सब कुछ जानकर भी मूक दर्शक बना रहा।
एक ओर जहां सरकार अस्पतालों में 24 घंटे सही इलाज एवं नि:शुल्क दवा देने का दावा करती है वहीं जिले के सबसे बड़े अस्पताल में दवा एवं इलाज के आभाव में मरीजों को ओझागुनी के सहारा लेने को मजबूर होना पड़ रहा है। अब सवाल यह उठता है कि सरकार के द्वारा किये जा रहे दावा का जमीनी हकीकत आखिर कहाँ है ?
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