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जवानों की वीर गाथा की चर्चा , युवा सोशल मीडिया पर शेयर करें : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 29 जनवरी = प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से इस गणतंत्र दिवस पर वीरता पुरस्कारों से सम्मानित सुरक्षा बलों के जवानों की वीर गाथा की चर्चा सोशल मीडिया पर करने का आह्वान किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर प्रसारित इस वर्ष के अपने पहले बहुचर्चित कार्यक्रम मन की बात में कहा कि देश में सेना व सुरक्षा बलों के प्रति एक सहज आदर भाव प्रकट होता रहता है। इस गणतंत्र दिवस पर वीर-जवानों को ‘कीर्ति चक्र’, ‘शौर्य चक्र’, ‘परम विशिष्ट सेवा मेडल’ और ‘विशिष्ट सेवा मेडल’ आदि से सम्मानित किया गया। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय हैं| इसलिए वह इन वीरों के बारे में नेट पर खोजें। उनके संबंध में दो अच्छे शब्द लिखें और उनकी वीर गाथाओं को अपने साथियों और देशभर में पहुंचाएं। उनके साहस, वीरता और पराक्रम की जानकारी समाज के लिए प्रेरणादायी होगी और सभी को जवानों पर गर्व महसूस होगा।

उन्होंने 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्य तिथि के मौके पर देशवासियों से सुबह 11 बजे 2 मिनट मौन रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसा करके हम देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं। उन्होंने कहा कि एक समाज व देश के रूप में 2 मिनट श्रद्धांजलि का यह सहज स्वभाव बनना चाहिए। इसमें सामूहिकता, संकल्प और शहीदों के प्रति श्रद्धा भी अभिव्यक्त होती है।

प्रधानमंत्री ने 26 जनवरी को श्रीनगर से क़रीब 200 किलोमीटर दूर गुरेज इलाके में हिमस्खलन की चपेट में आये सेना के दो शिविरों की घटना का स्मरण करते हुए कहा कि एक तरफ हम सब 26 जनवरी की उमंग और उत्साह की खबरों से आनंदित थे, तो उसी समय कश्मीर में हमारे जो सेना के जवान देश की रक्षा में डटे हुए थे, वे हिमस्खलन के कारण वीर-गति को प्राप्त हुए। मैं उन सभी वीर जवानों को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं और नमन करता हूं।

मोदी ने भारतीय तटरक्षक बल के सभी अधिकारियों और जवानों को पिछले 40 वर्षों से राष्ट्र की सेवा के लिए धन्यवाद दिया। 1 फरवरी को भारतीय तटरक्षक बल का स्थापना दिवस है। उन्होंने कहा कि ये गर्व की बात है कि तटरक्षक बल देश में निर्मित अपने सभी 126 जहाज और 62 विमनों के साथ विश्व के 4 सबसे बड़े तटरक्षक बलों के बीच अपना स्थान बनाए हुए है।

उन्होंने देशवासियों को 1 फरवरी को आने वाली वसन्त पंचमी त्यौहार की शुभकामनायें देते हुए कहा कि वसन्त को सर्वश्रेष्ठ ऋतु के रूप में स्वीकृति मिली हुई है। यह ऋतुओं का राजा है। हमारे देश में वसन्त पंचमी सरस्वती पूजा का एक बहुत बड़ा त्योहार होता है।

लोकतंत्र के दो पहिए हैं कर्तव्य और अधिकार…..

अधिकार और कर्तव्य को लोकतंत्र के दो पहिए बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों से दोनों पर समान बल देने की अपील करते हुए कहा कि ऐसा करने पर ही भारत के लोकतंत्र की गाड़ी तेज गति से आगे बढ़ सकती है।

उन्होंने कहा कि कहा कि 26 जनवरी, हमारा ‘गणतंत्र दिवस’ देश के कोने-कोने में उमंग और उत्साह के साथ हम सबने मनाया। उन्होंने कहा कि देश का संविधान, नागरिकों के कर्तव्य, अधिकार, लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता, एक प्रकार से ये संस्कार उत्सव ही हैं जो आने वाली पीढ़ियों को लोकतंत्र के प्रति, लोकतान्त्रिक जिम्मेवारियों के प्रति, जागरूक व संस्कारित भी करता है।

उन्होंने कहा कि लेकिन अभी भी हमारे देश में नागरिकों के कर्तव्य और नागरिकों के अधिकार उस पर जितनी गहराई से व्यापक बहस होनी चाहिए वो अभी नहीं हो रही है। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि हर स्तर पर, हर वक़्त, जितना बल अधिकारों पर दिया जाता है, उतना ही बल कर्तव्यों पर भी दिया जाए।

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