जंगलों में कई जगहों पर हिरणों की हड्डिया मिलने से मची खलबली
Maharashtra.मुंबई, 14 अप्रैल = नाशिक जिले के येवला तहसील में स्थित जंगलों में कई स्थानों पर हिरणों के हडिडयों के ढांचे पाए जाने से खलबली मच गयी है। बताया जा रहा है की गर्मी में तापमान में बढ़ोतरी होने के कारण नदी-नाले सूख गए हैं, जिससे इन बेजुबान जानवरों को पानी नहीं मिल पा रहा है। शायद! पानी की किल्लत के चलते ही हिरणों की मौत हुई होगी। दूसरी ओर यहां शिकारियों का भी आना-जाना लगा रहता है। पशु प्रेमियों ने आशंका जताते हुए कहा है कि इस घटना में शिकारियों का हाथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि हिरणों के मौत की वजह का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
गौरतलब है कि नाशिक जिले के येवला तहसील में ममदापुर,राजापुर,नगरसुल,पीरबाबा मंदिर, रेंडाले आदि गावों के परिसर में सैकडों हेक्टयर में वन विभाग का जंगल फैला हुआ है। यहीं पर हिरणों की मौत होने का सनसनीखेज खुलासा होने पर पशु प्रेमियों में चिंता की लहर व्याप्त है। पशु प्रेमियों ने हिरणों की मौत की जाँच करने के साथ-साथ जंगल में बेजुबान पशुओं के लिए पानी का इंतजाम किये जाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि येवला तहसील के इसी जंगल में मोर, बंदर, खरगोश के अलावा चिंकारा एवं हिरण बड़े पैमाने पर पाए जाते हैं।
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इस समय तापमान में बढ़ोतरी होने से पारा 41 अंश सेल्शियस तक पहुँच गया है, जिसके कारण नदी नाले सूख गए हैं। नदी-नालों के सूख जाने के कारण बेजुबान जानवरों की जान पर बन आई है। कुछेक जगहों पर हिरणों की हडिडयों के ढांचे पाए जाने से खलबली मच गयी है। बताया जाता है कि इन जंगलों में चोरी छुपे शिकारियों का आना-जाना भी लगा रहता है। शायद! किसी शिकारी ने इन हिरणों की जान ले ली होगी, ऐसी भी आशंका पशु प्रेमियों द्वारा जताई जा रही है। हिरणों की दर्दनाक मौत ने पशु प्रेमियों को हिलाकर रख दिया है। किस वजह से हिरणों की मौत हुई है, इसकी जाँच किये जाने की मांग पशु प्रेमियों द्वारा की जा रही है।