घर में रखें वास्तु का ध्यान
घर में वास्तु के अनुसार सामान रखने से सुख शांति बनी रहती है और उसमें रहने वाले लोगों की प्रगति होती है। थोड़े से बदलावों से हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। वास्तु जीवन की एक प्राचीन विधा है जो हमें प्रकृति के अनुरुप जीने का संदेश देती है।
घर में पानी सही स्थान पर और सही दिशा में रखने से परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य अनुकूल रहता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
पानी का बर्तन रसोई के उत्तर-पूर्व या पूर्व में भरकर रखें।
पानी का स्थान ईशान कोण है अतः पानी का भण्डारण अथवा भूमिगत टैंक या बोरिंग पूर्व, उत्तर या पूर्वोत्तर दिशा में होनी चाहिए। पानी को ऊपर की टंकी में भेजने वाला पंप भी इसी दिशा में होना चाहिए।
दक्षिण-पूर्व, उत्तर-पश्चिम अथवा दक्षिण-पश्चिम कोण में कुआं अथवा ट्यूबवेल नहीं होना चाहिए। इसके लिए उत्तर-पूर्व कोण का स्थान उपयुक्त होता है। इससे वास्तु का संतुलन बना रहता है।
ओवर हेड टैंक उत्तर और वायव्य कोण में बनायें
अन्य दिशा में कुआं या ट्यूबवेल हो, तो उसे भरवा दें और यदि भरवाना संभव न हो, तो उसका उपयोग न करें। नहाने का कमरा पूर्व दिशा में शुभ होता है। ध्यान रखें, घर के किसी नल से पानी नहीं रिसना चाहिए इससे घर में आर्थिक समस्याएं बनीं रहती हैं। ओवर हेड टैंक उत्तर और वायव्य कोण के बीच होना चाहिए। टैंक का ऊपरी भाग गोल होना चाहिए।