केदारनाथ यात्रा में हेली कंपनियां बाबा के भक्तों से कर रही हैं मनमानी वसूली .
देहरादून, 15 मई : उत्तराखंड और विवादों का चोली दामन का साथ हो गया है। इसका प्रमाण केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा में बड़ी धांधली के रूप में सामने आया है। कांग्रेस के कार्यकाल में यह आरोप लगा था और एक बार अनुबंध भी समाप्त हो गया। लेकिन चार दिन पहले से प्रारंभ हवाई सेवा पर अब तीर्थ यात्री ही शिकायत करने लगे हैं। तीर्थ यात्रियों ने इन हवाई सेवाओं पर मनमानी का आरोप लगाया है।
उत्तराखंड में भगवान केदारनाथ के कपाट 03 मई को खुले थे और 07 मई को इन हेली कंपनियों को उड़ान की अनुमति दी गई थी। यात्रियों का आरोप है कि गुप्तकाशी से केदारनाथ तक हेलीकाप्टर के माध्यम से यात्रा करने वाले यात्री का किराया साढ़े 07 हजार है जबकि हवाई सेवा कंपनियां 09 से 10 हजार रुपये ले रही हैं।
घंटो इंतजार करने के बाद भी यात्रियों को केदारनाथ नही भेजा जा रहा है। जिससे तीर्थ यात्रियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सरकार ने उड़ान भरने के लिए 11 हवाई कंपनियों को इजाजत दी थी। इसके पीछे उनमें आपसी प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ने की संभावना थी। लेकिन इसके बजाए कंपनियों ने मनमाने दाम वसूलने शुरू कर दिए। जिसके कारण पहले से ही टिकट बुक करा चुके यात्रियों को अवसर नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर जिन यात्रियों को अधिक पैसा वसूले जा रहे हैं।
इस बारे में जिलाधिकारी रंजना वर्मा मानती हैं कि हवाई कंपनियां पर नियमानुसार कार्यवाही की जा सकती है। यदि उनके पास लिखित शिकायत आएगी तो, वह निश्चित रूप से इन पर त्वरित कार्रवाई करेंगी। ताकि यात्रियों को इसका लाभ मिल सके। इस संदर्भ में अन्य कोई अधिकारी मुंह खोलने को तैयार नहीं है।