नयी दिल्ली, 26 दिसम्बर = करीब दो महीने से एक नगा समूह द्वारा की गई नाकेबंदी को ध्वस्त करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने के अपने प्रयास के तहत केंद्र सरकार ने मणिपुर के लिए अर्धसैनिक बलों के चार हजार अतिरिक्त जवानों को भेजा है। इन चार हजार अतिरिक्त जवानों के साथ ही पूर्वोत्तर राज्य में स्थानीय प्रशासन को कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों की संख्या बढ़कर 17,500 हो गई है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार,’ इस वक्त शीर्ष प्राथमिकता राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो को खोलना है| यह सड़क मणिपुर को नगालैंड से जोड़ती है। दूसरे राजमार्ग एनएच 37 को खोल दिया गया है लेकिन हम एनएच 2 को जल्द से जल्द खोलना चाहते हैं।’
यूनियन नगा काउंसिल (यूएनसी) द्वारा एक नवम्बर से राष्ट्रीय राजमार्गों पर की गई आर्थिक नाकेबंदी के बाद सुरक्षा बलों को पूर्वोत्तर राज्यों में भड़की हिंसा के मद्देनजर भेजा गया था।
यूएनसी ने एनएच 2 इंफाल-दीमापुर और एनएच 37 इंफाल-जिरिबाम पर आर्थिक नाकेबंदी लगाई थी जो मणिपुर के लिए जीवनरेखा की तरह काम करते हैं। इंफाल-उखरूल मार्ग पर भीड़ द्वारा 22 यात्री गाड़ियों में तोड़फोड़ किए जाने और उन्हें जलाए जाने के बाद इंफाल पूर्वी जिले में पिछले एक पखवाड़े से कर्फ्यू लगाया गया है जबकि इंफाल पश्चिम जिले में शाम से सुबह तक कर्फ्यू लगाया गया था।