किसानों की आमदनी बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता: कृषि मंत्री
नई दिल्ली, 04 नवम्बर (हि.स.)। केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के नेतृत्व में देश में मीठी क्रांति की शुरुआत हुई है। इसी क्रम में दुग्ध उत्पादन के साथ ही शहद के उत्पादन पर खासा जोर है।
वर्ल्ड फूड इंडिया-2017 के दूसरे दिन शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राधा मोहन सिंह ने अपने मंत्रालय की उपलब्धियों का खाका खींचा। उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मंत्रालय के साथ किसान कल्याण का नाम भी जोड़ा, इसी से यह स्पष्ट है कि हम किसानों के हितों की रक्षा के लिए सत्ता में आए हैं। हम हर हालत में 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करेंगे। उन्होंने कहा कि अब तक हम किसानों के उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित किए हुए थे पर अब उनकी आमदनी बढ़ाने पर हमारा फोकस है। इसके लिए न केवल कृषि उपज का बेहतर मूल्य दिया जा रहा है बल्कि किसानों को दूसरे लाभकारी उपज के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि देश के 100 जिलों को शहद के उत्पादन के लिए चिन्हित किया है। वहां उत्पादन का काम शुरू हो गया है। इसे प्रधानमंत्री ने ‘स्वीट रिवोल्यूशन ” का नाम दिया है। इसी के साथ फल व सब्जी उत्पादन के द्वारा किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं शुरू की गई हैं। समुद्री तटों पर रहने वाले मछुआरों के लिए मछली पकड़ने के आधुनिक संसाधन दिए जाने की योजना शुरू हो चुकी है। अब वे थोड़ा आगे जाकर गहरे समुद्र से भी मछली पकड़ सकेंगे।
राधामोहन सिंह ने जोर देकर कहा कि हमारी सरकार सिर्फ योजनाएं ही नहीं बनाती और केवल घोषणाएं ही नहीं करती बल्कि उसे लागू भी करती है। कृषि मंत्री ने किसानों के हित में शुरू की गई अनेक योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि किसान अपनी उपज का बेहतर मूल्य पा सकें इसके लिए हमने मंडियों को व्यवस्थित करने पर खासा ध्यान दिया है। ई-मंडी की सफलता से किसानों को भी लाभ मिलेगा।