करोड़ों की एंबुलेंस का नहीं हो रहा इस्तेमाल , मरीज परेशान
Uttar Pradesh.प्रतापगढ़, 06 अप्रैल = जिला अस्पताल के रोगी वाहन खराब हो गए हैं। इन वाहनों से स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रामक रोग फैलने की सूचना पर गांवों में पहुंचती थी। अब उनके पास कहीं आने-जाने के लिए वाहन ही नहीं हैं। ऐसे में सूचना मिलने के बाद भी चिकित्सकों की टीम गांव नहीं पहुंच पा रही है। उधर, सीएमओ आवास में दर्जनों एंबुलेंस के साथ अन्य गाड़ियां सड़ रही हैं। मगर इस ओर किसी का ध्यान नहीं पड़ रहा है। न तो इनकी नीलामी की जा रही है और न ही दूसरे वाहन विभाग को मिल रहे हैं।
जिला अस्पताल को दो रोगी वाहन मिले थे। इस वाहन को उस समय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी कहीं लेकर जाते थे जब सीएमओ और सीएमएस का निर्देश मिलता था। बताते हैं कि ज्यादातर इन वाहनों से स्वास्थ्य विभाग की टीम जिस गांव में चिकनपॉक्स, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी संक्रामक बीमारियों के फैलने पर पहुंचती थी। मरीजों का तत्काल गांव में ही इलाज शुरू कर देती थी। गांवों में दवा का छिड़काव करती थी। मगर इन दिनों जिस वाहन से टीम जाती थी वही बीमार चल रही है, जबकि मौसम परिवर्तन होने के कारण संक्रामक रोग फैलने का डर बना हुआ है।
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यदि किसी गांव में आधा दर्जन से अधिक लोग संक्रामक बीमारी के चपेट में आ जाते हैं तो उनका इलाज हो पाना मुश्किल हो जाएगा। उन्हें किसी तरह जिला अस्पताल ही आना होगा। मगर इस समस्या की ओर किसी भी जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान नहीं पड़ रहा है। वहीं, सीएमओ आवास में देखा जाए तो जीप, मालवाहक वाहन के साथ करीब तीन दर्जन से अधिक एंबुलेंस सड़ रही हैं। काफी दिनों से खराब पड़े वाहनों को कंडम घोषित करने के लिए एआरटीओ से कहा गया था। मगर आरआई कंडम खराब पड़े वाहनों की जांच करने के लिए नहीं आ रहे हैं।
महेन्द्र विक्रम सिंह, सीएमएस, जिला अस्पताल प्रतापगढ़
आवास के अंदर खराब पड़े वाहनों का लिखा पढ़ी शासन स्तर पर की गई है। जैसे उच्चाधिकारियों का निर्देश मिलेगा उसी हिसाब से किया जाएगा यूके पांडेय सीएमओ प्रतापगढ़