ऑनलाइन पोर्नोग्राफी पर बैन के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका
नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स.)। ऑनलाइन पोर्नोग्राफी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है। कोलकाता की रहने वाली एक महिला ने याचिका में कहा है कि पोर्नोग्राफी देखने की वजह से उनका पति पारिवारिक और उनकी निजी जरूरतों को लेकर पूरी तरीके से उदासीन हो गया है।
महिला ने कहा है कि उसका 35 वर्षीय पति पोर्नोग्राफी की लत का शिकार है। इसकी वजह से वह उसकी रोज-ब-रोज की जरुरतों का बिल्कुल ख्याल नहीं रखता। याचिकाकर्ता ने कहा है कि उसकी शादी चौपट होने की कगार पर है। दोनों के बीच तलाक के लिए फैमिली कोर्ट में याचिका भी दायर की जा चुकी है।
महिला ने अपने वकील कमलेश वासवानी के जरिए याचिका दायर कर कहा है कि वेबसाइट पर आसानी से पोर्नोग्राफी के उपलब्ध होने की वजह से इस देश का विकास अवरूद्ध हो गया है। इसकी चपेट में आने से नयी पीढ़ी पर दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। इससे उनके नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों में गिरावट देखने को मिल रहा है। पोर्न वेबसाइट्स की वजह से यौन अपराधों में वृद्धि हो रही है।
महिला ने सुप्रीम कोर्ट में एक और ऐसे मामले में चल रही सुनवाई में हस्तक्षेपकर्ता बनाने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर सुनवाई करते हुए समय-समय पर कई दिशा-निर्देश जारी करती रही है।