नई दिल्ली ( 15 अगस्त ): भारत ने चार साल पहले इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में 57 पदक हासिल किए थे। इस बार जर्काता में उसकी कोशिश इस संख्या को बेहतर करने की होगी। इसके लिए काफी कुछ निशानेबाजों, पहलवानों और बॉक्सरों पर काफी निर्भर करेगा।
18 अगस्त से इंडोनेशिया के जकार्ता में 18वें एशियाई खेलों का आगाज होने जा रहा है। इस बार इन खेलों में भारत के कुल 572 खिलाड़ी इन खेलों में हिस्सा ले रहे हैं जो 36 खेलों में देश को पदक दिलाने का प्रयास करेंगे। खिलाड़ियों को मिलाकर भारतीय दल के सदस्यों की संख्या 800 होगी। पिछली बार इंच्योन में खेले गए पिछले एशियाई खेलों में भारत ने 57 पदक अपने नाम किए थे जिसमें से 11 स्वर्ण, नौ रजत और 37 कांस्य पदक शामिल हैं। 36 खेलों में अपना दावा इस बार कॉमनवेल्थ खेलों में कई खेलों में भारत का बढ़िया प्रदर्शन रहा था जिससे एशियाई खेलों में भारत के पदक जीतने की उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं।
इस बार भारत की उम्मीदें भारत्तोलन, कुश्ती, मुक्केबाजी, निशानेबाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, कबड्डी और हॉकी से ज्यादा हैं। इसके अलावा आर्चरी और टेबल टेनिस में भी भारत को काफी उम्मीदें हैं। इस बार भारत के जेवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा मार्च फास्ट में भारतीय दल के ध्वाजवाहक होंगे। भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने भारतीय दल के विदाई समारोह में इस बात की घोषणा की। इस बार एशियाई खेलों में 36 खेलों में भारतीय खिलाड़ी पदकों के लिए मुकाबला करेंगे। इस बार के एशियाई खेलों में 40 विभिन्न खेलों के कुल 465 ईवेंट्स हैं।