एक सर्वे ने उड़ाई सपा सरकार की नींद , बसपा पहले तो बीजेपी दूसरे जबकी सपा तीसरे नंबर की बनी पार्टी .
लखनऊ := सपा सरकार जहां अपने चार साल पूरे होने पर सफलताओं का जश्न मना रही है . वहीं, दूसरी ओर इंटेलिजेंस एक सर्वे रिपोर्ट ने अखिलेश सरकार की नींद उड़ा दी है। इस खुफिया रिपोर्ट में बताया गया है 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में बसपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभर रही है। वहीं, सीटों के लिहाज से बीजेपी दूसरे पर होगी, जबकि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी तीसरे पायदान पर आ सकती है। रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब सपा की तरफ से यह कहा जाने लगा है की पार्टी के पदाधिकारी आने वाले दिनों में मिलकर इस पर मंथन करेंगे।
उतरप्रदेश में 2017 में विधान सभा चुनाव होने वाले जिसे देखते हुए चुनाव से पहले प्रदेश में राजनीतिक दलों की स्थिति जानने के लिए इंटेलिजेंस विभाग की तरफ से एक सर्वे रिपोर्ट तैयार किया गया है। जिसमें बताया गया है कि 2017 में होने वाले विधान सभा चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिल रही है? किस सीट पर किस पार्टी के प्रत्याशी को बढ़त मिल सकती है? रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा को 150-175 सीटें, बीजेपी को 130-135 सीटें और सपा को 110-125 सीटें मिलेंगी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि 10 साल के बाद एक बार फिर मिली-जुली सरकारों का दौर शुरू हो सकता है। यूपी में 1989 के बाद पहली बार मायावती के नेतृत्व में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी। उसके बाद 2012 में दुबारा समाजवादी पार्टी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार प्रदेश में बनी है ।
सपा पार्टी कराएगी इसकी पड़ताल.
सूत्रों की माने तो इसकी भनक लगते ही सपा सरकार की नीद उड़ गई है। पार्टी का थिंक टैंक इसकी पड़ताल कराने के साथ डैमेज कंट्रोल के रास्ते निकालने में भी जुट गया है।
पश्चिम यूपी से बसपा को मिलेगा फायदा.
यूपी की राजनीति में पश्चिम यूपी खास महत्व रखता है। बीते साल हुए मुजफ्फरनगर दंगे ने यहां की सियासत की राह ही बदल दी है। लोकसभा चुनावों में यहां से बीजेपी को जीत मिली तो सपा को हार का मुंह देखना पड़ा, लेकिन इस बार खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिमी यूपी से बसपा को सबसे ज्यादा बहुमत मिल सकता है। खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि वेस्ट यूपी में अगर रालोद किसी पार्टी से गठबंधन करती है तो इसे उसका नुकसान उठाना पड़ेगा।