देहरादून (ईएमएस)। 11वें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पंच केदार गद्दीस्थल ऊखीमठ में बुधवार रात्रि को महाअनुष्ठान किया गया। इसमें भगवान केदारनाथ के रक्षपाल बाबा भकुंड भैरवनाथ की पूजा अर्चना कर उन्हें केदारनाथ के लिए प्रस्थान करवाया गया।
ऊखीमठ स्थित मंदिर में बुधवार शाम को बाबा भैरवनाथ की वैदिक परंपरा के अनुसार पहले बाबा की पूजा अर्चना की गई। फिर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग महाराज द्वारा बाबा की विधिवत पूजा की गई। सैकड़ों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने रात भर बाबा के भजनों व जयकारों से पूरे माहौल को भक्तिमय कर दिया। बाबा भैरवनाथ की पूजा संपन्न हो चुकी है। बाबा भैरवनाथ केदारपुरी के लिए प्रस्थान कर चुके हैं। रावल द्वारा यहां विधि विधान से पूजा अर्चना संपन्न की जा चुकी है।
इस अवसर पर केदारानाथ के रावल ने कहा कि परंपरा के अनुसार भैरवनाथ की पूजा हो चुकी है। ऊखीमठ से केदारनाथ अपने धाम के लिए प्रस्थान कर चुके हैं। 27 अप्रैल को उड़ीकुंड में भगवान केदारनाथ निवास करेंगे। इसके बाद 28 अप्रैल लगभग चार बजे केदारनाथ की डोली केदारनाथ धाम पहुंचेगी। फिर 29 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर परंपरा के अनुसार केदारनाथ धाम के रावल द्वार मंदिर का ताला खोला जाएगा। फिर अगले छह महीने तक यहां पूजा चलती रहेगी। दीपावली तक पूजा पाठ यहीं केदारधाम में होते रहेंगे।