उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू बुधवार को करेंगे उ.प्र. दिवस का शुभारम्भ
लखनऊ, 23 जनवरी (हि.स.)। सूबे में प्रथम उत्तर प्रदेश दिवस समारोह के तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ कल बुधवार से होगा। अवध शिल्प ग्राम में आयोजित इस समारोह के साथ लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू करेंगे। इस दौरान राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश दिवस समारोह को नव निर्माण, नवोत्थान, नव कार्य-संस्कृति से जोड़ा गया है। इसके अलावा इस आयोजन के जरिए संकल्प से सिद्धि की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश और सबका साथ-सबका विकास के बिन्दु को प्रमुखता से उठाया गया है।
‘एक जिला एक उत्पाद’ पुस्तिका का होगा विमोचन
प्रथम उत्तर प्रदेश दिवस के तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत 24 जनवरी को उप राष्ट्रपति उत्तर प्रदेश राज्य के गठन पर अभिलेख प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेश दिवस एवं लखनऊ महोत्सव का शुभारम्भ होगा। वहीं उत्तर प्रदेश दिवस पर लघु फिल्म का प्रदर्शन, ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना का शुभारम्भ, इस योजना की डॉक्यूमेन्ट्री का प्रदर्शन और पुस्तिका का विमोचन व ‘लोगो’ का अनावरण, लखनऊ की योजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण, नई सोलर पॉलिसी का शुभारम्भ, पोषण एप (गर्भवती महिला/नवजात शिशु के स्वास्थ्य परीक्षण के सम्बन्ध में) का लान्च और ग्राम्य विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना का शुभारम्भ किया जायेगा।
मुख्यमंत्री करेंगे कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन
इसके अगले दिन 25 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा ‘जर्नी ऑफ किसान पाठशाला’ पुस्तिका एवं सीडी का विमोचन, कृषि विभाग की वेबसाइट का शुभारम्भ, मण्डी समितियों के ट्रेडर्स-पंजीकृत कमीशन एजेण्ट के लिए ई-लाइसेंस सुविधा का उद्घाटन, किसानों के लिए बाजार मूल्य की खोज वेबसाइट का उद्घाटन किया जायेगा।
इसके साथ ही वह कृषि तथा सम्बद्ध विभागों के किसानों को प्रशस्ति पत्र देनें के साथ वर्मी कम्पोस्ट, सोलर पम्प, एग्री जंक्शन, कस्टम हायरिंग लाभार्थियों को चयन पत्र का वितरण, चकबन्दी विभाग की वेबसाइट और चकबन्दी वादों के कम्प्यूटरीकृत प्रबन्धन प्रणाली को लान्च करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 500 किसानों को अंश निर्धारित खतौनी का वितरण और पीएमजेजेवाई और पीएमएसवीवाई के अन्तर्गत 500 बीमित लाभार्थियों बीमा प्रमाण पत्रों का वितरण भी करेंगे। इसी दिन अपरान्ह से लेकर रात दस बजे तक बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित शिक्षकों की ट्रेनिंग कार्यक्रम तथा माध्यमिक शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग की प्रदर्शनी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और संस्कृति विभाग के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
समापन समारोह में राज्यपाल भी होंगे शामिल
26 जनवरी का आगाज संस्कृति विभाग के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों से होगा। इसके बाद शाम को समापन कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों उपमुख्यमंत्रियों डॉ. दिनेश शर्मा एवं केशव प्रसाद मौर्य शामिल होंगे। समापन समारोह में सूचना विभाग की वेबसाइट-सोशल मीडिया मैगजीन ‘ई-सन्देश’ को लान्च किया जायेगा। इसके अलावा राज्य स्तरीय हथकरघा पुरस्कार वितरण (तीन राज्य स्तरीय पुरस्कार), मछुआ आवास निर्माण प्रमाण पत्र वितरण किया जायेगा। इसके बाद युवा संगम कार्यक्रम के अन्तर्गत 11 उत्कृष्ट प्रतिभागियों का प्रस्तुतिकरण के साथ उत्तर प्रदेश की महान विभूतियों को सम्मानित किया जायेगा।
24 जनवरी 1950 को यूनाइटेड प्राविंस से बदलकर हुआ उ.प्र.
गौरतलब है कि पूर्व में उत्तर प्रदेश को यूनाइटेड प्राविंस के रूप में जाना जाता था। 24 जनवरी 1950 को संशोधन करते हुए देश के सबसे बड़े सूबे का नाम उत्तर प्रदेश किया गया। इसलिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस दिन को ही उत्तर प्रदेश दिवस मनाने का निर्णय लिया है। यह आयोजन सूचना विभाग करेगा लेकिन संस्कृति और पर्यटन विभाग भी सहयोगी होंगे। इसके लिए एक समिति बनायी गई है।
राज्यपाल राम नाईक की पहल पर मनाया जा रहा दिवस
राज्यपाल राम नाईक ने वर्ष 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से 24 जनवरी 2015 को यूपी दिवस के तौर पर मनाने का आग्रह किया था। उनका कहना था कि महाराष्ट्र में बसे उत्तर भारतीय यूपी दिवस मनाते हैं मगर उत्तर प्रदेश में ही इसे नहीं मनाया जाता। हालांकि अखिलेश सरकार में ऐसी कोई पहल नहीं हुई। इसके बाद योगी सरकार ने सत्ता में आते ही राज्यपाल की इस सलाह को ध्यान में रखते हुए 24 जनवरी को उ.प्र. दिवस मनाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत यह पहला आयोजन हो रहा है।
प्रदेश सरकार ने कहा है कि किसी भी राज्य या देश की जन्मतिथि उसकी एक पहचान है। इस पहचान और स्वाभिमान के लिए जन्मतिथि यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। इसमें खासतौर से उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहरों को प्रमुखता से बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही नई पीढ़ी को प्रदेश के नए विकास के परिवेश से जोड़ने का कार्यक्रम किया जाएगा। खास बात है कि उत्तर प्रदेश दिवस को सिर्फ प्रदेश में ही नहीं, बल्कि प्रदेश के बाहर भी मनाया जाएगा।