उत्तर प्रदेश को बनाना है उत्तम प्रदेश-वेंकैया नायडू
लखनऊ, 24 जनवरी (हि.स.)। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू बुधवार को लखनऊ में अवध शिल्प ग्राम में उत्तर प्रदेश के प्रथम स्थापना दिवस के साथ लखनऊ महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। उपराष्ट्रपति ने उत्तर प्रदेश राज्य के गठन पर अभिलेख प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। उत्तर प्रदेश दिवस समारोह को नव निर्माण, नवोत्थान, नव कार्य-संस्कृति से जोड़ा गया है। इसके अलावा इस आयोजन के जरिए संकल्प से सिद्धि की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश और सबका साथ-सबका विकास के बिन्दु को प्रमुखता से उठाया गया है।
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने अपने सम्बोधन में उत्तर प्रदेश के 68वें स्थापना दिवस पर प्रथम ’उत्तर प्रदेश उत्सव’ की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुझे यह जानकर संतोष है कि राज्य सरकार निवेश को आकर्षित करने के लिए नीतिगत तथा व्यवस्थागत बदलाव कर रही है। आपके प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ’एक जनपद-एक उत्पाद’ की अवधारणा के माध्यम से परंपरागत शिल्प तथा लघु और सूक्ष्म उद्यमियों को विकसित कर इस क्षेत्र में कौशल युक्त रोजगार की नई संभावनाएं पैदा करने का सराहनीय प्रयास किया है।
उप राष्ट्रपति ने कहा कि यह भूमि 1857 के अमर क्रांतिकारी मंगल पांडे और उनके साथियों की वीरता की गवाह है। शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, महामना मदन मोहन मालवीय, गोविंद वल्लभ पंत, लाल बहादुर शास्त्री, जवाहर लाल नेहरू, आचार्य नरेंद्र देव और पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी जैसे महापुरुषों की कर्मभूमि है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का इतिहास समृद्ध और सतत् रहा है। राम और कृष्ण की इस पावन भूमि ने अपने समृद्ध इतिहास में आध्यात्मिक और भौतिक उत्कर्ष देखा है। स्वाधीनता आंदोलन में उत्तर प्रदेश का महान योगदान रहा है। वीर नारी रानी लक्ष्मी बाई जैसे महान विभूतियों का स्मरण करना जरूरी है। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाना है। उप राष्ट्रपति ने कहा कि आगामी गणतंत्र दिवस पर इन महान विभूतियों के संघर्ष और समर्पण का स्मरण करने और देश की सेवा के संकल्प को पुनःसिद्ध करने का अवसर होगा।
उ.प्र. के इतिहास में यह एक स्वर्णिम दिवस-नाईक
इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह एक स्वर्णिम दिवस है। इसकी मैं आप सभी को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि 24 राज्यों में पहले से ही उनका स्थापना दिवस मनाया जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसा आयोजन नहीं हो रहा था। मैने पिछली सरकार से इस आयोजन को लेकर लिखित में आग्रह किया था। वर्तमान योगी आदित्नाथ सरकार ने मेरी सलाह को ध्यान में रखते हुए 24 जनवरी को उ.प्र. दिवस मनाने का निर्णय लिया, जिसके तहत यह पहला आयोजन हो रहा है। उन्होंने इस दौरान पहले से उत्तर प्रदेश दिवस मनाने को लेकर महाराष्ट्र की ‘अभियान’ संस्था और पत्रकार श्याम कुमार का भी जिक्र किया। नाईक ने कहा कि श्याम कुमार के पहले उत्तर प्रदेश दिवस कार्यक्रम में ही महादेवी वर्मा जैसी कवियत्री का आगमन हुआ था। इसलिए उनका जिक्र जरूरी है।
भारत को महाशक्ति बनाने के लिए उ.प्र. से करनी होगी शुरूआत-योगी
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नव निर्माण के लिए आज हम यहां एकत्र हुए हैं। भारत को महाशक्ति बनाना है तो उत्तर प्रदेश से शुरूआत करनी होगी। हमारा प्रदेश अनेक परम्पराओं से जुड़ा हुआ है। देश के 16 महाजनपदों में से 08 उत्तर प्रदेश के हैं। 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं आज शिलान्यास व लोकार्पण हो रहा है। इसके साथ ही एक जिला एक उत्पाद की भी शुरूआत हो रही है। हम फरवरी में यू.पी. इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए मार्च, 2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का भी शिलान्यास हम करने जा रहे हैं। 23000 करोड़ में 340 किमी की ये सड़क 24 माह में पूरी की जाएगी। मार्च 2020 तक बलिया 8 लेन हाईवे पहुंच जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर आप अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर नजर डालेंगे तो पता चलता है कि हमारी कितनी गौरवशाली परंपरा है। हम सब को गर्व की अनुभूति करनी चाहिए कि हम सब उत्तर प्रदेश के वासी हैं और उत्तर प्रदेश के विकास में योगदान करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव का क्षण है। हम उत्तर प्रदेश की गौरवशाली परम्परा पर मंथन करके सर्वांगीण विकास के बारे में नई रूपरेखा तैयार कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदेश में नई सरकार के गठन के साथ ही जब प्रदेश के विकास के बारे में माननीय राज्यपाल जी से विभिन्न विषयों पर मेरी चर्चा चल रही थी, तो उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभिन्न प्रदेश अपनी स्थापना दिवस को मनाते हैं। यहां तक कि मुंबई में उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस मनाया जाता हैं लेकिन उत्तर प्रदेश का स्थापना दिवस उत्तर प्रदेश के अंदर नहीं मनाया जाता है। तभी हमने तय किया कि भव्य उत्तर प्रदेश मनाया जाएगा। यह उनकी ही प्रेरणा से हुआ।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश दिवस पर राज्य के सर्वांगीण विकास में सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और उसके विकास में योगदान देने वाली विभूतियों के सम्मान के साथ-साथ यहां की लोक परम्परा और लोक संस्कृति से जुड़े लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास हो।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कृपा से क्रियात्मक योग का प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में देख रहे हैं, उस क्रियात्मक योग के जनक महायोगी गोरखनाथ उत्तर प्रदेश से और देश के अंदर संत कबीर की परम्परा को उत्तर प्रदेश ने ही दुनिया अंदर प्रस्तुत किया है। यह मानवता की आदि भूमि है, यह समता की भूमि है। यह समृद्धि की प्रेरणा प्रदान करने वाली भूमि है, देश जब स्वाधीनता की लड़ाई लड़ रहा था, तब बलिया ने 1942 अपने को स्वतंत्र घोषित कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरठ के अंदर स्वाधीनता संग्राम की लड़ाई प्रारंभ होती है। इस देश के अंदर यह प्रदेश स्वाधीनता की एक नई अलख जगाते दिखाई देता है। जब भारत की 7 पवित्र नगरियों की बात होती है, तो उनमें उत्तर प्रदेश में स्थित अयोध्या, मथुरा और काशी का नाम जरूर आता है। देश की 7 पवित्र नदियों में भी गंगा और यमुना का नाम आता है। ये उत्तर प्रदेश में ही स्थित है। दुनिया में भारत की पहचान जिन नामों से होती हैं, उनमें भगवान बुद्ध भी एक हैं। भगवान बुद्ध से जुड़े हुए 6 प्रमुख स्थल उत्तर प्रदेश में हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं को अब प्रदेश से पलायन नहीं करना पड़ेगा। हम उत्तर प्रदेश को अग्रिम प्रदेशों में पहुचाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कई जगह ऐसी है कि जहां बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं, वहां अब हम पहुंच रहे हैं। वहां के लिए हम आवास योजना के तहत योजनाएं लाएंगे। पिछले दस महीनो में किसानों के लिए 80 हजार करोड़ रुपये व्यवस्था करवाई है। यूपी में 155 ऐसे गांव है जिन्हें आजादी के बाद भी आज तक आधारभूत जरुरतों से वंचित यह हमारी सरकार ने उन गावों को राजस्व ग्राम घोषित किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अवध शिल्पग्राम बहुत अच्छा बना है, पर मैं पहले एक अधिकारी को सुन रहा था कि किसी को पता नहीं था कि इसका करना क्या है, इसलिए अधिकारियों ने बताया कि हम यहां शादी-ब्याह करवाएंगे, जिससे इसका रखरखाव हो सके। जिस पर मुझे बहुत हंसी आई। तब हमने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना शुरू कराई।
इस पहले मुख्यमंत्री ने मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का स्वागत कर उन्हें सहारनपुर की काष्ठकला के नमूने बॉक्स, कन्नौज का इत्र व लखनऊ का चिकन और भगवान राम की मूर्ति भी भेंट की। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश दिवस को लेकर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश का परिचय देते हुए ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना का शुभारम्भ, इस योजना की डॉक्यूमेन्ट्री का प्रदर्शन और पुस्तिका का विमोचन व ‘लोगो’ का अनावरण किया। कार्यक्रम में मुद्रा योजना के अन्तर्गत ‘एक जनपद एक उत्पाद के लाभार्थियों को चेक-प्रमाण पत्र वितरण, स्टैण्ड अप यूपी के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र-चेक का वितरण, लखनऊ की योजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण, नई सोलर पॉलिसी का शुभारम्भ, शबरी पोषण एप (गर्भवती महिला/नवजात शिशु के स्वास्थ्य परीक्षण के सम्बन्ध में) को लान्च किया है।