इस वजह से एक महीने में 20 दिन प्रदेश से रहे बाहर CM योगी , यहां रहे व्यस्त ….
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक महीने में 20 दिन अपने प्रदेश से बाहर रहे. इसके पीछे वजह है पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव. भाजपा नेताओं का कहना है कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद दूसरे नंबर के स्टार प्रचारक योगी ही हैं. पिछले एक महीने में योगी ने तीन राज्यों में 26 रैलियों में हिस्सा लिया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ में छह, मध्य प्रदेश में नौ और राजस्थान में 11 चुनावी रैलियों को संबोधित किया. तेलंगाना में भी वे एक दिन चुनाव प्रचार करेंगे.
अगर भाजपा नेतृत्व को चुनाव से पहले मतदाताओं की भावनाओं को जगाने के लिए ‘हिंदू हार्डलाइनर’ की जरूरत होती है तो सीएम योगी निराश नहीं करते. दो दिन पहले मध्य प्रदेश के भोपाल में एक रैली को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने एमपी कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ के कथित ‘मुस्लिम वोट’ वाले बयान पर चुटकी ली. कमलनाथ कथित तौर पर हा था, ‘पार्टी को राज्य के 90 मुस्लिम वोट चाहिए.’ इस पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा, ‘कांग्रेस को केवल मुस्लिम वोटों की जरूरत है. कमलनाथ जी आप अपना अली रखिए, हमारे लिए बजरंग बली काफी है.’
राजस्थान के मकराना में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस बांटने की राजनीति करती रही है, इसलिए उनके शासन में आंतकवाद चरम पर था. कभी कांग्रेस जिन आतंकियों को बिरयानी खिलाती थी, अब उन्हें हम लोग गोलियां खिला रहे हैं.’ फेक न्यूज का खुलासा करने वाली ALT न्यूज वेबसाइट ने अपनी रिपोर्ट में इस दावे का फर्जी करार दिया है.
वहीं योगी का बयान को लेकर तेलंगाना में भी मुद्दा बन गया है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा, ‘यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने संवैधानिक मुल्यों की सीमा पार कर दी है. लोग कहते हैं कि मैं ध्रुवीकरण वाले भाषण देता हूं, लेकिन किसी ने उनके बयान पर गौर नहीं किया है?’
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की गैरमौजूदगी में सरकारी तंत्र खत्म हो गया है. उन्होंने निशाना साधते हुए पूछा, ‘क्या यही राम राज्य है?.’