पटना, सनाउल हक़ चंचल
मोतिहारी: आप मरीज लेकर सदर अस्पताल जा रहे हैं तो रूकिए और मंथन कीजिए। क्योंकि चंपारण में स्वास्थ्य की सौगात देने के लिए बनी इस सबसे बड़ी इमारत में मौत का सौदागर कदम-कदम पर बैठे हुए हैं।
चमकती इमारत लूट-खसोस से लेकर गलत इंज्यूरी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट व गरीब महिलाओं से पैसा वसूल कर प्रसव कराने का केंद्र बना हुआ है यह अस्पताल। इसके कैंपस में लगा फव्वारा लगता है गरीब मरीजों के शोषण के खून का नमूना हो। यहां न तो ठीक से ओपीडी चलता है और न ही जो चिकित्सक अगर बैठे मिल भी गए तो उनके पास जांच करने का पर्याप्त उपकरण ही मिलेगा।
बिहार में पुराने नियम पर ही होगी बालू की बंदोबस्ती, हाईकोर्ट के कड़े रूख के बाद सरकार होश में आई
गरीब व लाचार मरीजों को यहां उठाकर इसका अस्पताल प्रबंधक विजय कुमार झा मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज से लेकर रास्ते तक में फेंकवा देता है। इसका सबूत खबर आपतक के पास है और उसके खिलाफ जांच रिपोर्ट भी।