28 जनवरी वॉशिंगटन: अपने चुनावी वादों पर कायम रहते हुए ट्रंप ने अमेरिका में मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध से जुड़े आदेश पर हस्ताक्षर किए. इस आदेश में पिछले छह सालों से गृह युद्ध से प्रभावित सीरिया के अलावा 6 और मुस्लिम देशों के नागरिकों का अमेरिका में प्रवेश वर्जित किया गया है. सीरिया के अलावा जिन देशों का नाम इस लिस्ट में शामिल है वो ईराक, ईरान, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन हैं.
इन देशो को के नागरिक को गुजरना होगा कड़ी जांच से ……
हस्ताक्षर करने के बाद ट्रंप ने कहा, “मैं चरमपंथी इस्लामी आतंकियों को अमेरिका से बाहर रखने के लिए सघन जांच के नए नियम स्थापित कर रहा हूं। हम उन्हें यहां देखना नहीं चाहते।” ट्रंप ने कहा है कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और सऊदी अरब उन देशों में शामिल नहीं है, जिनके नागरिकों को अमेरिका आने के लिए वीजा प्रतिबंध का सामना करना पड़ेगा। लेकिन इन देशों के नागरिकों को कड़ी जांच का सामना करना पड़ेगा।
यह आदेश इराक, सीरिया, ईरान, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन के सभी लोगों को 30 दिन तक अमेरिका में दाखिल होने से रोकता है। इसमें कहा गया है कि आदेश में सभी देशों के शरणार्थियों के आने पर कम से कम 120 दिनों तक रोक लगा दी गई है। सीरिया के शरणार्थियों के लिए यह आदेश अनिश्चितकालीन है। यह अमेरिका में प्रवेश पाने वाले शरणार्थियों की संख्या को कम करता है। यह आदेश राज्यों और मोहल्लों को यह क्षमता प्रदान करता है कि वह शरणार्थियों को अपने अधिकार क्षेत्र में बसने से रोकें और कुछ निश्चित मुस्लिम बहुल देशों के लोगों के प्रवेश को निलंबित करता है।
मलाला ने किया ट्रंप से अनुरोध……
पाकिस्तान में लड़कियों के लिए शिक्षा की खुलकर वकालत करने वाली 19 वषीर्य मलाला यूसुफजई ने कहा कि वह शरणार्थियों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के आदेश से अत्यंत दुखी हैं। मलाला ने ट्रंप से अनुरोध किया कि वह दुनिया के सबसे असुरक्षित लोगों को अकेला ना छोड़ें।
आप को बता दे वर्ष 2012 में तालिबानी आतंकवादियों ने सिर में गोली मार दी थी। मलाला ने कहा, मैं अत्यंत दुखी हूं कि आज राष्ट्रपति ट्रंप हिंसा और युद्धग्रस्त देशों को छोड़कर भाग रहे बच्चों, माताओं और पिताओं के लिए दरवाजे बंद कर रहे है। ट्रंप के हस्ताक्षर करने के कुछ देर बाद ही मलाला ने एक बयान में कहा, मैं राष्ट्रपति ट्रंप से अनुरोध करती हूं कि वह विश्व के सबसे असहाय बच्चों और परिवारों की ओर से मुंह ना मोड़ें।