नई दिल्ली, 24 जून : भारतीय दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत ने अपना स्वर्णिम अभियान जारी रखते हुए शनिवार को आस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में जगह बना ली है। श्रीकांत ने सेमीफाइनल मुकाबले में चीन के शी युकी को 37 मिनट तक चले मैच में 21-10, 21-14 से हराया। यह उनकी चीनी खिलाड़ी पर दूसरी जीत है। उन्होंने अप्रैल में सिंगापुर ओपन के क्वार्टर फाइनल में भी शी युकी को हराया था। श्रीकांत का फाइनल में मुकाबला चीन के चेन लोंग और कोरिया के ली ह्यून इल के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
इससे पहले, सिंगापुर और इंडानेशिया में खिताबी मुकाबले में पहुंचने वाले श्रीकांत इंडोनेशिया के सोनी ड्वी कुनकोरो, मलेशिया के ली चोंग वेई तथा चीन के चेन लोंग और लिन डैन के बाद लगातार तीन सुपर सीरीज फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के पांचवें खिलाड़ी बन गए हैं।
विश्व के पूर्व नंबर तीन खिलाड़ी श्रीकांत पिछली बार यहां सेमीफाइनल में पहुंचे थे। जीत के बाद श्रीकांत ने कहा कि यह स्वप्निल प्रदर्शन है। मैं दो साल बाद विश्व सुपर सीरीज फाइनल सिंगापुर ओपन में खेला था और इसके बाद अगले दो टूर्नामेंट के भी फाइनल में पहुंचना सपने जैसा ही है। उन्होंने कहा, मैंने पूरे मैच में नियंत्रण बनाए रखा। मैंने उसे आसानी से अंक हासिल नहीं करने दिए। मेरा नेट पर नियंत्रण था। उन्होंने कहा, मैं फाइनल के बारे में नहीं सोच रहा हूं। हार या जीत के बारे में नहीं सोूं। मैं चेन लोंग से चार या पांच बार खेला हूं। अधिकतर समय मुकाबला करीबी रहा। मैं इस साल दो बार उससे खेला और करीबी अंतर से हारा।
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श्रीकांत और शी के बीच लंबी रैलियां देखने का मिली। भारतीय खिलाड़ी ने हालांकि पहले गेम में अपने ताकतवर रिटर्न से 9-6 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद ब्रेक तक वह 11-7 से आगे थे। उन्होंने इसके बाद भी अपना दबदबा बनाए रखा जबकि शी ने शाट बाहर चले जाते या फिर नेट पर टकरा जाते। जब स्कोर 16-9 था तब श्रीकांत की सर्विस नेट से टकरा गई। लेकिन इससे कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने आगे बढऩा जारी रखा। भारतीय खिलाड़ी ने सीधे स्मैश से यह गेम अपने नाम किया। शी ने दूसरे गेम में शुरूआती बढ़त हासिल की लेकिन श्रीकांत ने जल्द ही स्कोर 2-2 कर दिया। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच कुछ शानदार रैलियां देखने को मिली। दोनों ने एक दूसरे को चौंकाने की कोशिश की लेकिन नेट पर शानदार खेल के कारण श्रीकांत 7-6 से बढ़त बना गए।
शी ने इसके बाद कुछ अच्छे शाट खेले लेकिन श्रीकांत आगे बने रहे और 15-8 से अच्छी स्थिति में पहुंच गए। शी ने इसके बाद लगातार तीन अंक बनाये लेकिन उनकी शटल बाहर चली गई जिससे भारतीय खिलाड़ी 16-11 से आगे हो गया। इसके बाद श्रीकांत ने पूरी तरह से नियंत्रण रखा और उनके पास सात मैच प्वाइंट थे। पहली बार वह चूक गये लेकिन इसके बाद उन्होंने क्रॉस कोर्ट स्मैश से मैच अपने नाम किया। श्रीकांत ने फाइनल तक की अपनी राह में क्वालीफायर केन चाओ यू को हराने के बाद विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सोन वान हो को बाहर का रास्ता दिखाया था। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने हमवतन बी साई प्रणीत को पराजित किया था।