आसाराम रेप केस में ट्रायल की स्थिति बताए गुजरात सरकार : सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। आसाराम के खिलाफ रेप मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार से पूछा कि गुजरात रेप केस में ट्रायल की स्थिति क्या है? कोर्ट ने गुजरात सरकार को निर्देश दिया कि वो 22 जनवरी तक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें।
आसाराम ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत की मांग की है। आसाराम पर अहमदाबाद की दो बहनों से रेप का आरोप है।
इससे पहले सुनवाई के दौरान आसाराम ने मुकदमा धीमी गति से चलने की शिकायत की थी। जिस पर जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली बेंच ने गुजरात सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा था कि आसाराम के ट्रायल में इतनी देर क्यों हो रही है। कोर्ट ने कहा था कि रेप पीड़िता सबसे प्रमुख गवाह होती है और उसका ही बयान अभी तक क्यों नहीं हुआ है।
आसाराम की दलील थी कि अब तक रेप का आरोप लगाने वाली महिला का बयान कोर्ट में दर्ज नहीं हुआ है। आसाराम के खिलाफ गुजरात में ट्रायल कोर्ट की धीमी रफ्तार पर सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को निर्देश दिया था कि वो तय समय सीमा में ट्रायल पूरा करें। आसाराम की ओर से कहा गया था कि अब तक 93 गवाहों में से अब तक मात्र 30 गवाहों के बयान दर्ज किए जा सके हैं।
यौन उत्पीड़न के आरोप में आसाराम को 2013 में गिरफ्तार किया गया था। 20 अगस्त 2013 को उनके खिलाफ जोधपुर आश्रम में यौन शोषण का मामला दर्ज कराया गया था। इसके अलावा सूरत की दो बहनों ने भी 2001 में आश्रम में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था।