नई दिल्ली, 27 दिसम्बर = आयकर विभाग के आंकड़ों से एक नया खुलासा हुआ है। विभाग के आंकड़े बताते है कि देश में 10 लाख रुपये सालाना से ज्यादा कमाई वाले लोगों की तुलना में कारें ज्यादा बिक रही हैं। इसका सीधा इशारा है कि देश में बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी हो रही है।
आयकर विभाग के द्वारा जारी साल 2014-15 के आंकड़ों से एेसे बहुत से तथ्य उजागर हो रहे हैं। विभाग के आंकड़े बताते हैं कि देश में 10 लाख रुपये की आय बताने वाले केवल 24.4 लाख लोग हैं, वहीं देश में हर साल औसतन 25 लाख कारें बिकती हैं। इनमें 35 हजार कारें तो लक्जरी सेंगमेंट की होती है, जिनमें बीएमडब्ल्यू और मर्सिडिज़ जैसे ब्रांड शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवम्बर, 2016 को 500 रुपये और 1000 रूपये के करेंसी नोट की कानूनी वैधता खत्म करने की घोषणा की थी। साथ ही लोगों को पुराने नोट अपने खातों में जमा करने की सुविधा दी थी। इस बारे में आर्थिक विशेषज्ञों की राय थी कि सरकार का ये कदम दरअसल देश में आयकर नहीं देने वालों की पहचान करना है। आयकर विभाग के ये आंकड़े मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले का समर्थन करते दिखते हैं।