आनन्दपाल एनकाउंटर मामलाः उपद्रव और हिंसा के बाद 1 की मौत , 24 पुलिसकर्मी घायल
जयपुर, 13 जुलाई : गैंगस्टर आनन्दपाल एनकाउंटर मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर एकत्रित हुए लोगों द्वारा बुधवार रात उपद्रव और हिंसा के बाद नागौर के सांवराद गांव में लगाए गए कर्फ्यू के बावजूद गुरुवार सुबह हालात तनावपूर्ण हैं। हालांकि आज सुबह से अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
सांवराद में बुधवार को राजपूत और राजपूत रावणा समाज की ओर से आयोजित हुंकार रैली और श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे युवाओं के उत्पात मचाने के बाद हुई फायरिंग में एक व्यक्ति हरियाणा निवासी लालचंद की मौत हो गई तथा 24 पुलिसकर्मी और सात नागरिक घायल हुए हैं। घायलों का इलाज नागौर जिले के डीडवाना, नागौर और जयपुर के एसएमएस अस्पताल में चल रहा है। सांवराद के हालात पर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राजस्थान की सीएम से बात की। चार जिलों में इंटरनेट सेवाएं अब भी बंद हैं।
गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया और आगजनी का प्रयास किया, जिसके जवाब में पुलिस कार्रवाई हुई। प्रदर्शन गलत है। पुलिस ने करणी सेना के लोकेन्द्र सिंह कालवी सहित कई लोगों को हिरासत में लिया है।
राजपूत समाज आनन्दपाल एनकाउंटर की जांच सीबीआई से करवाने की मांग को लेकर अड़ा हुआ है और सरकार भी झुकने को तैयार नहीं है। गैंगस्टर आनंदपाल का 24 जून को चुरू के मालासर में एनकाउंटर किया गया था जिसके बाद से अभी तक उसके परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। परिजनों ने शव अपने आंगन में डी-फ्रीजर में रखा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि सांवराद में गैंगस्टर आनंदपाल की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे युवकों ने सरकार द्वारा एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराने की परिजनों और समाज की मांग नहीं मांगे जाने बुधवार शाम को सांवराद में जमकर उत्पात मचाया। सभा के दौरान ही हजारों की संख्या में उपद्रवी युवक सांवराद रेलवे स्टेशन पहुंच गए तथा वहां पहुंचकर रेलवे पटरियां उखाड़ दीं।
इसकी सूचना मिलने पर नागौर एसपी परिस देशमुख, आईपीएस प्रशिक्षु मोनिका पुलिस बल के साथ रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां पहुंचते ही उत्पाती युवकों ने पुलिस अधिकारियों पर हमला कर दिया। एसपी के गनमैन ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया, लेकिन युवकों ने गनमैन के साथ गंभीर मारपीट कर दी तथा महिला पुलिस अधिकारी के साथ अभद्रता की। युवकों ने एसपी के साथ भी धक्का-मुक्की की। इस दौरान उपद्रवी युवक पुलिस पर हावी हो गए तथा गनमैन की एके-47, तीन पिस्तौल, तीन वायरलैस सेट लूटकर भाग गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपने कदम पीछे कर लिए, पीछे से उपद्रवी युवकों ने एक पुलिस अधिकारी की गाड़ी को जला दिया। देर रात युवकों ने सांवराद के रेलवे स्टेशन को भी आग लगा दी। इस उपद्रव में हुई फायरिंग में एक व्यक्ति हरियाणा निवासी लालचंद की मौत हो गई तथा 24 पुलिसकर्मी और सात नागरिक घायल हुए हैं।
पुलिस को मनोबल नहीं गिरने देंगे- कटारिया
घटनाक्रम के बारे में राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने आंनदपाल का एनकाउंटर सही था। सीबीआई जांच नहीं होगी और ना ही हम पुलिसकर्मियों का मनोबल टूटने देंगे। उन्होने कहा, हमने एनकाउंटर में कोर्ट की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया। आनंदपाल को कई बार आत्मसर्मपण के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग कर दी। तब हमारी पुलिस ने एनकाउंटर किया। उन्होंने कहा कि रैली के दौरान भड़काऊ भाषण दिए गए, जिसके कारण हिंसा हुई।
अंतिम संस्कार के लिए देंगे 24 घंटे
मानवाधिकार आयोग के बुधवार को सरकार को आनंदपाल का 24 घंटे में अंतिम संस्कार के दिए निर्देश पर गृहमंत्री ने कहा कि हमने आयोग के निर्देशों की पालना में एडिशनल एसपी को आनंदपाल के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए समझाईश के लिए भेजा है, यदि परिजन 24 घंटे में मान जाते हैं तो ठीक वरना सरकार आयोग के निर्देशों के पालन के लिए कदम उठाएगी।