आजमगढ़ में गठबन्धन से नाराज़ कांग्रेस उतारेगी उम्मीदवार !
आजमगढ़, 25 जनवरी= सपा और कांग्रेस का गठबंधन मुलायम के गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ के कांग्रेसियों को नहीं रास आ रहा है। कांग्रेसी न केवल इस गठबन्धन पर सवाल उठा रहे हैं बल्कि पार्टी नेतृत्व से यह मांग भी कर रहे हैं कि 27 साल यूपी बेहाल के नाम पर जिन मतदाताओं के पास वे सपा, बसपा और भाजपा के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलये थे अब उसी सपा के लिए किस मुंह से वोट देने के लिए कहेगें।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व मंत्री मधुसूदन त्रिपाठी के नेतृत्व में हुई बैठक में कांग्रेस के पदाधिकारियों ने यह निर्णय लिया कि वे निर्दल उम्मीदवार को मैदान उतारेगें। बैठक को सम्बोधित करते हुए मधुसूदन त्रिपाठी ने कहा कि हाल में ही हमने 27 साल यूपी बेहाल का नारा देकर यूपी को बदलने का संकल्प लिया था। प्रत्येक विधानसभा में दस हजार झोला पहुचाया गया। किसानों ने कांग्रेस के विचारों से सहमत होकर मांग पत्र पर हस्ताक्षर किया और अपना मोबाइल नम्बर लिखा। कांग्रेस का समर्थन करने वाले ज्यादातर अल्पसंख्यक और सर्वण मतदाता थे। उनमें उम्मीद की किरण जगी थी कि उनकी समस्याओं का समाधान होगा। बिजली बिल माफ होगा लेकिन आज पार्टी नेतृत्व ने सपा के साथ गठबंधन कर लिया है। ऐसे में हम कौन सा मुंह लेकर वोट मांगने जायेंगे।
उन्होंने कहा कि क्षत्रिय, बाह्मण, भूमिहार, कायस्थ, मुसलमान और ओबीसी जिनके खिलाफ आरक्षण का दुरूप्योग किया, जिनके बच्चों को पिछले 27 सालोें से नौकरी, रोजगार नहीं मिला, उल्टे मुकदमों में फंसाया गया, सवर्णो की हत्या करायी, उनसे किस मुंह से वोट मांगा जायेगा। उन्हाेंने कहा कि हम लोगों से अपिल करेगें की लोग अपने आत्मा की पुकार सुनकर वोट दें। साथ ही निर्दल प्रत्याशी भी मैदान में उतार जायेगा। इस अवसर पर बाबूराम पांडेय, विभूति नरायन पांडये, ज्ञानेन्द्र चतुवेदी, देवीशरण पाठक, रामाश्रय राय, विश्वनाथ सिंह, विपिन शुक्ला, कप्तान सिंह अभिेषेक श्रीवास्तव आदिल लोग उपस्थित थे।