अरहर की 1694 लावारिस बोरियां जब्त , कार्रवाई शुरू
मुंबई, 13 मई = जालना कृषि उत्पन्न बाजार समिति के अरहर खरीदी केंद्र पर पिछले दस दिनों से लावारिस अवस्था में पड़ी अरहर की 1694 बोरी को राजस्व विभाग व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए जब्त किया। इस अरहर खरीदी केंद्र पर जिस किसान के नाम पर यह अरहर दर्ज की गई थी, बारबार उसका नाम बुलाने के बाद भी कोई प्रक्रिया नहीं हुई।
गौरतलब है कि किसानों की अरहर खरीदी के लिए सरकार द्वारा विभिन्न जिलों में केंद्र बनाया गया है। इन केंद्रों पर किसान अपनी अरहर लेकर पहुंचे और अपने नाम का पंजियन करवाया और जब उनके नाम को बुलाया गया तो किसान उपस्थित होकर अपनी अरहर को सरकारी अरहर खरीदी केंद्र पर बेच दिया। इसी तरह जालना में भी अरहर की 1694 बोरी किसी किसान के नाम पर पंजीकृत करके रखी गई थी। खरीदी के काम में लगा राजस्व विभाग पिछले दस दिनों से इस अरहर के पंजियक किसान के नाम को पुकारता रहा, पर कोई आगे नहीं आया।
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इसके बाद राजस्व विभाग व पुलिस प्रशासन को यह अरहर लावारिस प्रतीत हुई और उसे जब्त कर लिया गया। पिछले 15 दिनों से शिकायत आ रही थी कि किसानों के नाम पर व्यापारियों द्वारा किसानों से औने-पौने दाम पर खरीदी गई अरहर को लाया जा रहा है। इस पर राज्य के जलापूर्ति मंत्री बबनराव लोणीकर ने राजस्व विभाग के साथ ही पुलिस प्रशासन को मामले की जांच का आदेश दिया था। जब्त की गई अरहर 37 किसानों के नाम पर पंजीकृत है, अब जब किसान नहीं आए तो सवाल उठने लगा कि आखिर यह अरहर किसकी है? अरहर को जब्त तो कर लिया गया है, पर इसकी जांच पड़ताल करना पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।