वाशिंगटन, 28 जुलाई : एशिया में चीन के आक्रामक रुख के मद्देनजर अमेरिका के पूर्व सीनेटर ने अमेरिकी सेना से भारत को परमाणु हथियार देने की वकालत की है। यह जानकारी शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
उल्लेखनीय है कि पूर्व सीनेटर लैरी प्रेसलर ने अपनी पुस्तक ‘ नेबर्स इन आर्म्स : एन अमेरिकन सीनेटर्स क्वेस्ट फॉर डिजअर्मामेंट इन ए न्यूक्लियर ’ में इन बातों का जिक्र किया है।
पूर्व अमेरिकी सीनेटर का मानना है कि भारत और चीन के बीच बढ़ते विवाद को ध्यान में रखते हुए अमेरिका को भारतीय नौ सेना की मदद करनी चाहिए। इससे एशिया में चीन की महत्वाकांक्षा पर पानी फिर सकता है।
विदित हो कि प्रेसलर वियतनाम में काम कर चुके हैं। उन्होंने लिखा है कि चीनी नौसेना फिलिपींस और वियतनाम में अमेरिकी नौसेना को टक्कर दे रही है। अमेरिका को भी इसका जवाब देना चाहिए।
गीदड़भभकी से बाज नही आ रही चीनी मीडिया
उन्होंने आगे लिखा है कि साउथ चीन सागर के मुद्दे पर चीन की वियतनाम, फिलिपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान से ठनी हुई है। अमेरिका चीन के साथ समुद्री युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन इस जगह को बचाना मुश्किल हो सकता है।
प्रेसलर ने लिखा है, “अगर हमें चीन को कड़ा संदेश देना है तो हमें भारतीय नौसेना को परमाणु ताकतें देनी होंगी। इससे चीन पर दबाव बन सकता है।” उन्होंने लिखा कि चीन आज दुनिया के सबसे बड़े खतरों में एक है। चीन का पाकिस्तान को इस तरह की मदद करना दुनिया के लिए खतरा हो सकता है।