अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया झटका , ट्रंप ने 1600 करोड़ की सहायता राशि पर लगाई रोक
वाशिंगटन, 02 जनवरी : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के कुछ घंटों के बाद अमेरिका ने आतंकवाद रोकने के लिए पाकिस्तान को दी जा रही 255 मिलियन डॉलर (करीब सवा 1600 करोड़ रुपये) की वित्तीय सहायता पर रोक लगा दी। यह जानकारी व्हाइट हाउस सूत्रों से मिली।
स्थानीय समाचार चैनल फॉक्स न्यूज के अनुसार, व्हाइट हाउस ने कहा कि ऐसी सहायता इस बात पर निर्भर करेगी कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर आतंकवाद से किस तरह निपटता है।
ट्रंप ने पाकिस्तान पर अमेरिका को ‘झूठ और धोखे’ के सिवाए कुछ नहीं देने की बात कही थी। साथ ही ट्वीट कर कहा था कि पिछले 15 सालों में 33 अरब डॉलर की सहायता देने के बदले पाकिस्तान ने आतंकवादियों को ‘पनाह’ देने का काम किया है। इस ट्वीट के बाद ही अमेरिका ने कार्रवाई की और सहायता पर रोक लगा दी।
ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी के अनुसार, राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका यह उम्मीद करता है कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं पर आतंकवादियों और उग्रवादियों के खिलाफ ठोस कदम उठाए। अमेरिकी प्रशासन पाकिस्तान के सहयोग के स्तर की समीक्षा करता रहेगा।
ट्रंप के बयान के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने पलटवार करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिकी युद्ध के समर्थन में उसके सभी कदमों के बदले उसे ‘अपशब्द और अविश्वास’ के सिवाए कुछ नहीं मिला।
विदित हो कि अमेरिका ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद खुलकर पाकिस्तान की मदद की है। इस मदद में बजट का बड़ा हिस्सा सैन्य मदद के तौर पर दिया गया है या इस्तेमाल किया गया है, जबकि शिक्षा और दूसरे मदों में एक चौथाई फंड दिया गया।
सेंटर फॉर ग्लोबल डवलवमेंट के मुताबकि, वित्तीय वर्ष 2002 से 2009 के बीच आर्थिक मदों में सिर्फ 30 फीसदी फंड दिया गया है, जबकि 70 फीसदी मदद सैन्य क्षेत्र में दी गई है। वहीं 2010 से 2014 के बीच सैन्य मदद में थोड़ी कमी आई है और आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में कुल मदद का करीब 41 फीसदी दिया गया। (हि.स.)।