अबकी बार ऐतिहासिक तौर पर निकलेगा ‘मूक मराठा मोर्चा’.
मुंबई, 05 जनवरी = मुंबई महानगर में मूक मराठा मोर्चा का राजभवन मार्च 31 जनवरी को निकाला जाएगा और राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा। इस तरह का निर्णय औरंगाबाद में मराठा नेताओं की बैठक में लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार अहमदनगर जिले में स्थित कोपर्डी में एक लडक़ी के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद मराठा समाज की ओर से मूक मराठा मोर्चा की शुरुआत की गई थी, जो राज्य के लगभग अधिकांश जिलों में निकाला जा चुका है। मराठा मोर्चा की विशेषता यह रही है कि इस आंदोलन में किसी तरह की नारेबाजी अथवा भाषणबाजी नहीं की जाती है और मोर्चे में आए लोग खुद अनुशासित रह कर सरकार का विरोध व्यक्त करते रहे हैं।
इससे पहले मराठा मोर्चे में कई लाख से ज्यादा मराठा समाज के लोगों की भीड़ उमड़ती रही है। मूक मराठा मोर्चे का बाद आयोजकों ने इससे पहले जिलाधिकारी तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया है। मुंबई में आयोजित मराठा मोर्चा की शुरुआत मरीन ड्राईव से की जाने वाली है और इसके बाद मोर्चा आजाद मैदान तक पहुंचेगा। बाद में आयोजक राज्यपाल से मिलकर उन्हें इस बाबत ज्ञापन देने वाले हैं। मराठा समाज की मुख्य मांगों में कोपर्डी बलात्कार की घटना के आरोपियों को तत्काल फांसी दिए जाने, मराठा समाज को आरक्षण दिए जाने,अट्रासिटी कानून में बदलाव किए जाने की है।