अपने राष्ट्रपति बाबा से नहीं मिल पाया दिव्यांग
कानपुर, 15 सितम्बर : सिकंदरा विधान सभा के झींझक गांव में रहने वाला दिव्यांग कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मिल बिजली विभाग की शिकायत करने आया था। लेकिन उसे यह पता नहीं था कि गांव वाले अब वो बाबा नहीं है, मिलने के लिए पास जरूरी होता है। जिसके चलते हताश दिव्यांग पुलिस से गुजारिश करता रहा पर अपने बाबा से मिल नहीं पाया।
झींझक के रहने वाले दिनेश शर्मा का हाथ ढाई वर्ष पहले उस समय कट गया था जब वह 11 हजार वोल्ट की लाइन सही कर रहा था। दिनेश का कहना है कि बिजली विभाग में संविदा पर झींझक में कार्य कर रहा था। जब उसके साथ ये घटना हुई तो बिजली विभाग के कर्मचारियों ने उसके कागज फाड़ कर उसे बिजली विभाग से अलग कर दिया और वहीं मरने के लिए छोड़ दिया था। दिनेश के परिवार में उसको लगा कर उनकी पत्नी और तीन बच्चे हैं। जिनमें से एक लड़का और दो लड़कियां हैं।
दिनेश का जब से हाथ कटा है तब से वो विकलांग सर्टिफिकेट लेकर इधर उधर चक्कर लगा रहा है पर अभी तक उसकी सुनवाई नहीं हुई। हताश होकर आज दिनेश अपना कष्ट सुनाने अपने बाबा देश के 14 वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बताने आया था, पर गेट पास न होने की वजह से पुलिस ने उसे अंदर नहीं जाने दिया। परेशान दिनेश गेट के चक्कर लगा कर न्याय का इंतजार करता रहा। बताते चलें कि राष्ट्रपति का परिवार झींझक में रहता है, जिसके चलते दिनेश बहुत पहले से उनसे परिचित था और उसे उम्मीद थी कि बाबा न्याय दिला देंगे।