अनुवांशिक शोध : भारत में अफ्रीका, ईरान और मध्य एशिया से आये थे लोग
नई दिल्ली, 11 मई= ब्रिटेन के हडर्सफ़ील्ड विश्वविद्यालय ने अनुवांशिक शोध के आधार पर दावा किया है कि भारत में रहने वाले लोग एक समय में अफ्रीका, ईरान और मध्यएशिया से पलायन कर यहां आये थे।
शोध के अनुसार सबसे पहले अफ्रीका से 50 हजार वर्ष पूर्व पलायन कर लोग यहां पहुंचे। यह लोग शिकार किया करते थे। इसके बाद 10 से 20 हजार वर्ष पूर्व ईरान के लोग भारत आये जिन्होंने कृषि प्रारंभ की।
शोध बीएमसी इवोल्यूशन बाइलोजी जरनल में प्रकाशित हुए हैं। इसमें डीएनए के प्रारुप को समझने की कोशिश की गई है।
आगे इसमें यह बताया गया है कि माइटोकांड्रियल डीएनए के महिला क्रम से उक्त बातें पता चलती हैं। वहीं वाई क्रोमोसोम में पुरुष गुणों की जांच में पता चला है कि इसमें काफी विविधता है।
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शोध से जुड़े मरिना सिल्वा का कहना है कि इस बात के ठोस प्रमाण हैं कि 5 हजार वर्ष पूर्व मध्य एशिया से लोग यहां आये थे। ऐसा लगता है कि यह इंडो यूरोपियन भाषा बोलने वालों के भारत आने के पहले प्रमाण हैं। इन्हीं से भारत में संस्कृत विकसित हुई थी।
भारत की आबादी के बारे में शोधकर्ताओं में कई प्रश्न है। भारत में कोई पुरात्न कंकाल न मिलने से यह पता लगाना मुश्किल है कि यहां के लोग कहां से पलायन कर आये थे। ऐसे में यह शोध वर्तमान में लोगों से लिए गए डीएनए सेंपल पर आधारित है।