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UP चुनाव में फिर जिंदा हुआ कसाब ! अमित शाह ने कहा यूपी को ‘कसाब’ से बचाओ, आखिर कौन है यह ‘कसाब’ ?

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संजय सिंह ठाकुर

केशव भूमि नेटवर्क  := उत्तर प्रदेश में हो रहे विधान सभा चुनाव में एक बार फिर जिंदा हो गया कसाब अमित शाह बोले की यूपी को ‘कसाब’ से बचाओ ? लेकिन यह कसाब है कौन ? जिससे अमित शाह UP को बचाने की बात कह रहे . जिसके बाद से  व्यान बाजी का सिलसिला और भी तेज हो गया और कांग्रेस ,सपा के नेतावो की तरफ से भी अमित शाह को जबाब दिया गया .

पिछले कई दिनों से उत्तरप्रदेश में चुनावी जंग छिड़ा है. जंहा पार्टी के नेता अपने अपने मंच से वोटरों को अपनी तरफ लुभाने  के लिए तरह –तरह के व्यान दे रहे है.कभी कोई नेता श्मशान, कब्रिस्तान बनाने के लिए भेदभाव की बात करता है ,कोई नेता गधा ,होली ,राम जान की बात करता है .जिन व्यानो की देश की जनता खूब लुफ्त उठा रही है और इन व्यानो की चाय ,पान  जैसी दुकानों पर चर्चा करके खूब मनोरंजन भी कर रही  है .  

लेकिन इन्ही व्यानो के बीच बीजेपी नेता अमित शाह ने कसाब पर व्यान देकर एक और व्यान को जन्म दे दिया .दरसल सुल्तानपुर  में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आमित शाह ने कहा कि ‘कसाब’ ने यूपी का बंटाधार कर रखा है. रैली में जमा भारी भीड़ से पूछा आप लोग बताओ की ये कसाब कौन है? आप लोग उसे जानते हो ? ‘कसाब’ का नाम सुनकर आप को मुंबई की 26/11 की आतंकवादी घटना याद आ गई होगी क्यों की मुंबई पुलिस ने अपनी जान पर खेल कर कसाब नामक आतंकवादी को जिंदा पकड़ लिया था और लम्बे समय तक उस पर चले मुकदमे के बाद कोर्ट ने उसे फांसी की सजा सुनाई जिसके बाद उसे फांसी दे दी गयी.या आप के दिमाग में और भी ऐसे कई बिचारा आरहे होंगे कि कही इस नेता को कसाब नहीं कहा आखिर कौन है कसाब जिससे बीजेपी के नेता अमित शाह उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए जनता से अपील कर रहे है .

हालांकि उसके बाद अमित शाह ने रैली में जमा लोगो को कसाब का मतलब समझाते हुए कहा कि ‘क’ से कांग्रेस’ – ‘स’ समाजवादी पार्टी’ और ‘ब’ से बसपा’ है। इन पार्टियों का मतलब यह सभी कसाब है .

क्या इन व्यानो से उत्तर प्रदेश का भला होगा ?

UP में चल रहे चुनावों में नेतावो द्वारा एक दूसरी पार्टी के नेतावो पर छीटा कसी  करते हुए जो तरह –तरह के व्यान दिए जा रहे कि मुस्लिम बस्ती में बिजली ज्यादा आती है ,रमजान में बिजली ज्यादा दी जाती है ,होली या अन्य त्यौहारों में कम बिजली दी जाती है ,कभी कसाब जिंदा हो जाता है , कभी शमशान –कब्रस्तान बनाने को लेकर भेदभाव के व्यान दिए जाते है. कोई कहता है कि गधो का प्रचार मत करो ऐसे और कितने व्यान है जो दिए जाते है जिसका UP के विकास से दूर – दूर तक नाता नहीं है .न हीं इससे यंहा की जनता का फायदा होंगा फिर जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे बयांन क्यों दिए जाते है ? इन व्यानो से देश की जनता को बाटा जा रहा है एक दुसरे के प्रति नफरत बाटा जा रहा है . क्या देश का भविष्य इन्ही व्यानो से बनेगा सवाल उठ रहा है की देश को अपने नेता किस दिशा में ले जा रहे है .

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