गुरु पूर्णिमा पर विशेष – सियाराम पांडेय ‘शांत’ ‘ध्यानमूलं गुरुर्मूर्ति, पूजामूलं गुरु पदम्। मन्त्र मूलं गुरोर्वाक्यं मोक्ष मूलं गुरुकृपा।’ अर्थात…